लेथपुरा (जम्मू-कश्मीर), 14 फरवरी (भाषा) केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने तीन साल पहले 14 फरवरी को पुलवामा में आतंकवादी हमले में शहीद हुए अपने 40 जवानों को सोमवार को पुष्पांजलि अर्पित की।
सीआरपीएफ के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) डी एस चौधरी के नेतृत्व में अर्धसैनिक बल के अधिकारियों और जवानों ने श्रीनगर से लगभग 25 किलोमीटर दूर शहीद स्मारक पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। चौधरी और सीआरपीएफ के अन्य जवानों ने स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और 40 जवानों के बलिदान को सलामी दी।
एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदे एक वाहन से सीआरपीएफ की एक बस को टक्कर मार दी थी, जिसके बाद हुए विस्फोट में बल के 40 जवान शहीद हो गए थे। यह बस जम्मू से श्रीनगर जा रहे काफिले का हिस्सा थी।
चौधरी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम पुलवामा (हमले) में अपनी जान गंवाने वाले 40 बहादुर जवानों को याद करने के लिए हर साल इस दिन यहां साथ आते हैं। हम उनके बलिदान को याद करते हैं और उन्हें तहे दिल से श्रद्धांजलि देते हैं।’’
सीआरपीएफ के अधिकारी ने कहा कि बल का प्रयास घाटी में शांति बनाए रखना और अपने जवानों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देना है।
बल के एक जवान ने अपने साथी जवानों को याद करते हुए कहा कि इस हमले के कारण बल का मनोबल टूटा नहीं है। कांस्टेबल अरुप देवनाथ ने कहा, ‘‘यदि दुश्मन को लगता है कि वह हमारा मनोबल तोड़ सकता है, तो वह गलत है। मेरे देश के लोगों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। हम उनकी रक्षा करने के लिए सदैव तैयार हैं।’’
सीआरपीएफ के एक अन्य जवान एस एन एस मुंडा ने कहा कि उन्हें अपने साथियों की याद आती है और वे उनके बलिदान को कभी नहीं भूलेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘यह (श्रद्धांजलि) इस बात का संदेश है कि हम उन्हें भूले नहीं हैं और हम सभी के लिए अपना जीवन कुर्बान करने वाले शहीदों को हम नमन करते हैं।’’
भाषा सिम्मी मनीषा
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