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लखीमपुर खीरी में किसानों का बलिदान बेकार नहीं होने देंगे, किसान सत्याग्रह जिंदाबाद : राहुल

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया, ‘(नरेंद्र) मोदी सरकार किसानों के खून की प्यासी हो गई है.’ उन्होंने दावा किया कि करनाल से लखीमपुर खीरी तक उनके शासन ने आतंक का राज फैला रखा है.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की फाइल फोटो.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की फाइल फोटो.

नई दिल्ली: कांग्रेस ने रविवार को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले प्रदर्शनकारियों के एक समूह को कथित रूप से दो वाहनों से कुचले जाने के बाद भाजपा पर निशाना साधा और घटना की न्यायिक जांच एवं दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. वहीं राहुल गांधी ने कहा कि किसानों का बलिदान बेकार नहीं जाएगा.

राहुल गांधी ने कहा कि लखीमपुर खीरी में रविवार की घटना के बाद भी चुप रहने वाले पहले ही मर चुके हैं और कहा कि किसानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.

रविवार को लखीमपुर खीरी में तिकोनिया-बनबीरपुर मार्ग पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को कथित तौर पर दो एसयूवी वाहनों से कुचले जाने के बाद हिंसा भड़क गई.

अपुष्ट खबरों के मुताबिक इस घटना में कई किसान गंभीर रूप से घायल हुए हैं.

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राहुल गांधी ने हिंदी में ट्वीट किया, ‘जो इस अमानवीय नरसंहार को देखकर भी चुप है, वो पहले ही मर चुका है. लेकिन हम इस बलिदान को बेकार नहीं होने देंगे- किसान सत्याग्रह ज़िंदाबाद.’

उन्होंने इस ट्वीट के साथ, मीडिया की एक खबर का एक स्क्रीनशॉट भी पोस्ट किया जिसमें दावा किया गया है कि लखीमपुर खीरी में भाजपा के एक नेता की कार ने किसानों को कुचला और वाहन में आगजनी की गई.

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सवाल किया कि किसानों को इस देश में रहने का अधिकार है या नहीं.

उन्होंने ट्वीट किया, ‘भाजपा देश के किसानों से कितनी नफ़रत करती है? उन्हें जीने का हक नहीं है? यदि वे आवाज उठाएँगे तो उन्हें गोली मार दोगे, गाड़ी चढ़ाकर रौंद दोगे? बहुत हो चुका. ये किसानों का देश है, भाजपा की क्रूर विचारधारा की जागीर नहीं है. किसान सत्याग्रह मजबूत होगा और किसान की आवाज और बुलंद होगी.’

गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शनकारियों को कथित तौर पर कुचलने वाले दो एसयूवी को जबरन रोक दिया और उन्हें आग लगा दी. उन्होंने कथित तौर पर कुछ यात्रियों की पिटाई भी की. इस घटना में कई पत्रकारों के भी घायल होने की खबर है.

किसान मौर्य के बनबीरपुर दौरे का विरोध कर रहे थे जो केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और खीरी से सांसद अजय कुमार मिश्रा का पैतृक गांव है.

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया और इसकी न्यायिक जांच की मांग की.

उन्होंने कहा, ‘घटना की तत्काल न्यायिक जांच का आदेश दिया जाना चाहिए और दोषियों पर हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए. हम केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के तत्काल इस्तीफे की भी मांग करते हैं.’

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया, ‘(नरेंद्र) मोदी सरकार किसानों के खून की प्यासी हो गई है.’ उन्होंने दावा किया कि करनाल से लखीमपुर खीरी तक उनके शासन ने आतंक का राज फैला रखा है.

कांग्रेस प्रवक्ता ने तस्वीरें साझा की जिसे उन्होंने लखीमपुर खीरी की घटना के होने का दावा किया और कहा, ‘तस्वीरें वीभत्स हैं पर भाजपा का सच दिखाती हैं.’

किसान पूरे देश में सोमवार को जिलाधिकारियों के कार्यालय के सामने प्रदर्शन करेंगे

संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में कुछ प्रदर्शनकारी किसानों को कथित रूप से दो एसयूवी वाहनों द्वारा कुचले जाने के खिलाफ सोमवार को देशभर में जिलाधिकारियों और आयुक्तों के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने का आह्वान किया है. यह जानकारी किसान नेता योगेंद्र यादव और दर्शन पाल सिंह ने रविवार को दी.

इसके साथ ही उन्होंने इस घटना की जांच उत्तर प्रदेश प्रशासन के बजाय उच्चतम न्यायालय के पदस्थ न्यायाधीश से कराने की मांग की है.

सिंह ने कहा,‘‘ रविवार की घटना पर विरोध जताने के लिए एसकेएम ने सोमवार को देशभर में पूर्वाह्न 10 बजे से अपराह्न एक बजे तक सभी जिलाधिकारियों और आयुक्तों के कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन करने का आह्वान किया है.’’

किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा का बेटा कथित रूप से घटना को अंजाम देने वाली एक एसयूवी कार में सवार था.

सिंह और यादव ने डिजिटल संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हम केंद्रीय गृह राज्यमंत्री और खीरी से सांसद अजय कुमार मिश्रा को तत्काल उनके पद से बर्खास्त करने की मांग करते हैं. हम भारतीय दंड संहिता की धारा-302 (हत्या) के तहत मंत्री के बेटे और अन्य गुडों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करते हैं.’

उन्होंने दावा किया कि इस घटना में कम से कम चार किसानों की मौत हो गई. इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों से संयम बनाए रखने की अपील की.

गौरतलब है कि कि खीरी के तिकोनिया-बनबीरपुर रोड़ पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे का विरोध कर रहे कृषि कानून विरोधी प्रदर्शनकारियों पर कथित तौर पर दो एसयूवी कार चढ़ाए जाने के बाद हिंसा भड़क गई. अप्रमाणित खबर के मुताबिक घटना में कई किसान गंभीर रूप से घायल हुए हैं.

खबर के मुताबिक नाराज किसानों ने दोनों वाहनों को रोक लिया और उनमें आग लगा दी. उन्होंने कथित तौर पर वाहन में सवार यात्रियों की भी पिटाई की. किसान मौर्य के बनबीरपुर गांव के दौरे का विरोध करने के लिए जमा हुए थे जो मिश्रा का पैतृक गांव है.

एसकेएम 40 किसान संगठनों का सामूहिक मंच है जो केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहा है.

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