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केंद्र सरकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारिता को कुचलना चाहती है: महबूबा मुफ्ती

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर कहा, 'लोकतंत्र में पत्रकारों की भूमिका पर भारत के प्रधान न्यायाधीश की टिप्पणी के फौरन बाद आकाश हसन को विदेश जाने से रोक दिया गया.'

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जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, प्रतीकात्मक तस्वीर. फोटो साभार: सोशल मीडिया

श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को कहा कि यह बात किसी से छुपी नहीं है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारिता को कुचलना चाहती है.

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर कहा, ‘लोकतंत्र में पत्रकारों की भूमिका पर भारत के प्रधान न्यायाधीश की टिप्पणी के फौरन बाद आकाश हसन को विदेश जाने से रोक दिया गया.’

उन्होंने कहा, ‘यह कोई राज़ नहीं है कि भारत सरकार हमारे लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को कुचलना चाहती है, क्योंकि उसे सच बर्दाश्त नहीं है.’

अधिकारियों ने कश्मीरी पत्रकार आकाश हसन को श्रीलंका जाने की इजाजत नहीं दी, जहां वह मौजूदा संकट को कवर करने के लिए जाना चाहते थे. मुफ्ती इस घटना पर प्रतिक्रिया दे रही थीं.

इससे पहले सरकार ने पुलित्ज़र पुरस्कार से सम्मानित सना मट्टू को भी पेरिस जाने से रोक दिया था

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