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संसद का बजट सत्र : विपक्षी नेता ED ऑफिस तक विरोध मार्च कर अडाणी मामले पर सौंपेंगे शिकायत

सूत्रों के मुताबिक विपक्षी दल अपने सभी सांसदों के हस्ताक्षर वाले एक प्रस्तावित पत्र के साथ विरोध मार्च के साथ ईडी ऑफिस तक जाएंगे और इस मुद्दे पर एजेंसी को शिकायत सौंपेंगे.

विरोध मार्च को देखते हुए विजय चौक पर भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती | ANI

नई दिल्ली : कई सारे विपक्षी नेता बुधवार सुबह अडाणी मामले को लेकर बैठक के लिए राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के संसद के चैंबर में जमा हुए.

सूत्रों के मुताबिक विपक्षी दल अपने सभी सांसदों के हस्ताक्षर वाले एक प्रस्तावित पत्र के साथ विरोध मार्च के साथ ईडी ऑफिस तक जाएंगे और इस मुद्दे पर एजेंसी को शिकायत सौंपेंगे. इस बीच अडाणी मामले पर विपक्षी पार्टी के नेताओं के विरोध मार्च को देखते हुए विजय चौक पर भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है.

विपक्ष अडाणी मुद्दे को उठा रहा है और हिंडनबर्ग-अडाणी रिपोर्ट की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की मांग कर रहा है.

संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण सोमवार को एक महीने के लंबे अंतराल के बाद शुरू हुआ है. सदन में विपक्ष के लगातार विरोध और हंगामे की वजह से संसद बार-बार बाधित हुई है.

इससे पहले सोमवार को, 16 पार्टियों ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में बैठक की थी.

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इसमें कांग्रेस, डीएमके, समाजवादी पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड), आम आदमी पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सिस्ट), इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट), एमडीएमके, राष्ट्रीय जनता दल, झारखंड मुक्ति मोर्चा, वीसीके और एनसी (नेशनल कॉन्फ्रेंस) ने हिस्सा लिया था.

अमेरिका-स्थित शॉर्ट-सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की संबंधित रिपोर्ट 24 जनवरी को सामने आई थी, जिसमें दावा किया गया था कि अडाणी समूह के कारोबार के बुनियादी सिद्धांतों में गड़बड़ियां हैं, और स्टॉक की हेराफेरी अकाउंटिंग धोखाधड़ी शामिल है.

गौरतलब है कि सर्वोच्च न्यायालय ने अडाणी समूह की कंपनियों पर हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट से पैदा हुए विवाद पर एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया है.

अमेरिकी वित्तीय शोध संस्था ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ की रिपोर्ट आने के बाद से अडाणी समूह और प्रधानमंत्री पर लगातार हमला कर रहे विपक्षी दलों के सदस्यों की मांग है कि इस मुद्दे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति का गठन किया जाए.

उल्लेखनीय है कि ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ ने अडाणी समूह के खिलाफ फर्जी तरीके से लेन-देन और शेयर की कीमतों में हेर-फेर सहित कई आरोप लगाए थे. अडाणी समूह ने इन आरोपों को झूठा करार देते हुए कहा था कि उसने सभी कानूनों और प्रावधानों का पालन किया है.

वहीं दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सदस्यों ने घरेलू रसोई गैस के दामों में वृद्धि को लेकर संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विरोध-प्रदर्शन किया और सरकार से जवाब मांगा.

तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने घरेलू रसोई गैस के दामों में वृद्धि को लेकर सरकार के खिलाफ नारे लगाए और मांग की कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस संबंध में जवाब देना चाहिए.


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