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पुलवामा हमले की बरसी पर आतंकियों की बड़ी योजना हुई फेल, 7 Kg IED के साथ 1 आतंकी गिरफ्तार

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में दो साल पहले हुए आतंकवादी हमले में अपने 40 सैनिकों को खोने वाले सीआरपीएफ ने कहा कि देश उस हमले के जिम्मेदारों को 'माफ नहीं करेगा' और 'नहीं भूलेगा.'

पुलवामा हमले पर जम्मू को दहलाने की बड़ी आतंकी साजिश नाकाम/ एएनआई

जम्मू: जम्मू में भीड़भाड़ वाले एक बस स्टैंड के पास रविवार को सात किलोग्राम आईईडी बरामद किया गया. विस्फोटक की बरामदगी होने से एक बड़ी त्रासदी टल गई और पुलवामा हमले की दूसरी बरसी पर विस्फोट करने की आतंकवादियों की योजना नाकाम हो गई.

जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक (IG) मुकेश सिंह ने कहा, ‘हम हाई अलर्ट पर थे क्योंकि हमारे पास इनपुट्स थे कि आतंकी समूह पुलवामा हमले की बरसी पर हमले की योजना बना रहे थे. कल रात हमने सोहेल नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया और उसके कब्जे से 6-6.5 किलोग्राम IED बरामद किया.’

सिंह ने मीडिया ब्रीफिंग के दौरान जम्मू के आईजी मुकेश सिंह ने बताया, ‘सोहेल को IED लगाने के लिए तीन-चार टारगेट प्लेस दिए गए थे, जिसके बाद उसे श्रीनगर के लिए उड़ान भरनी थी, जहां अल बद्र तन्ज़ीम के एक ओवर ग्राउंड वर्कर जिसका नाम अतहर शकील खान था, वह उसे रिसीव करता.

सुहैल को इनपुट्स के आधार पर जम्मू पुलिस ने बस स्टैंड से ही गिरफ्तार कर लिया था पूछताछ के दौरान उसने (गिरफ्तार आरोपी सोहेल) खुलासा किया कि वह चंडीगढ़ में पढ़ता है और उसने पाकिस्तान के अल बद्र तन्जीम से आईईडी प्लांट करने का संदेश प्राप्त किया था.

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मुकेश सिंह ने यह भी कहा कि कल रात हमने सांबा से 15 छोटे आईईडी और 6 पिस्तौल भी बरामद किए हैं.

सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि इस मामले में ‘चंडीगढ़ में काजी वसीम नाम के एक व्यक्ति को भी इस मामले की जानकारी थी, उसे पकड़ लिया गया है. साथ ही हमने आबिद नबी नामक एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है.’

अधिकारियों ने बताया कि आईईडी की बरामदगी से कुछ दिन पहले ही जम्मू के कुंजवानी और सांबा के बारी ब्राह्मना से दो शीर्ष आतंकवादियों की गिरफ्तारी की गई थी.

गौरतलब है कि ‘द रिज़िस्टन्स फ्रंट ‘ (टीआरएफ) के शीर्ष आतंकवादी जहूर अहमद राठेर को शनिवार को सांबा के बारी ब्राह्मना से गिरफ्तार किया गया. वह पिछले साल भाजपा के तीन नेताओं और एक पुलिस कर्मी की हत्या के सिलसिले में वांछित था.

इससे पहले छह फरवरी को पुलिस ने लश्कर-ए-मुस्तफा के स्वयंभू कमांडर हिदायतुल्लाह मलिक उर्फ हसनैन को जम्मू के कुंजवानी से गिरफ्तार किया था.

14 फरवरी 2019 को पाकिस्तान प्रायोजित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला कर दिया था जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे.


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‘माफ नहीं करेगा’ देश

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में दो साल पहले हुए आतंकवादी हमले में अपने 40 सैनिकों को खोने वाले केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने रविवार को कहा कि देश उस हमले के जिम्मेदारों को ‘माफ नहीं करेगा’ और जवानों के सर्वोच्च बलिदान को ‘नहीं भूलेगा.’

हमले की दूसरी बरसी के मौके पर जम्मू-कश्मीर के लेथपुरा में सीआरपीएफ के कैंप में एक श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया किया गया.

दिल्ली में सीआरपीएफ मुख्यालय से डिजिटल माध्यम से बल के वरिष्ठ अधिकारियों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया. सीआरपीएफ के प्रवक्ता उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) मोजेज दिनाकरण ने यह जानकारी दी.

बल ने ट्वीट किया, ‘न माफ करेंगे, न भूलेंगे. पुलवामा हमले में राष्ट्र के लिये सर्वोच्च बलिदान देने वाले हमारे भाइयों को सलाम. उनके आभारी हैं. हम अपने वीर जवानों के परिवारों के साथ खड़े हैं.’

पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायु सेना ने 26 फरवरी 2019 को पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी शिविरों को निशाना बनाकर हवाई हमले किये थे.

सीआरपीएफ के महानिदेशक ए पी माहेश्वरी ने ड्यूटी के समय जान गंवाने वाले 40 कर्मियों को समर्पित एक वीडियो पुस्तक का विमोचन भी किया.

प्रवक्ता ने माहेश्वरी के हवाले से कहा, ‘वीरता हमें विरासत में मिली है, जो हमारी रगों में खून की तरह दौड़ती है.’

दिनाकरण ने कहा, ‘इस वीडियो पुस्तक में 80 कड़ियों और 300 मिनट की विषयवस्तु है. पुस्तक की एक-एक प्रति पुलवामा आत्मघाती बम हमले में जान गंवाने वाले जवानों के परिवारों को भी भेजी जाएगी.’

(भाषा के इनपुट्स के साथ)


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