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AAI कर्मचारी संघ ने अडाणी ग्रुप को एयरपोर्ट्स सौंपने पर रोक लगाने की मांग की, PM को लिखी चिट्ठी

एएआई कर्मचारी संघ ने कहा, हवाई अड्डों के निजीकरण की प्रक्रिया की न्यायिक जांच हो और तीन एयरपोर्ट समूह को सौंपने पर रोक लगे.

मुंबई एयरपोर्ट(प्रतीकात्मक तस्वीर)/कॉमन्स

नई दिल्ली: एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (एएआई) के एक कर्मचारी संघ ने छह हवाई अड्डों के निजीकरण की न्यायिक जांच की मांग की है. यह छह एयरपोर्ट, एक बोली प्रक्रिया के तहत अडाणी ग्रुप को मिले हैं.

एएआई कर्मचारी संघ ने छह हवाईअड्डों के निजीकरण के सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुला पत्र लिखा है.

अडाणी ग्रुप ने 2019 में छह हवाई अड्डों – अहमदाबाद, जयपुर, लखनऊ, गुवाहाटी, तिरुवनंतपुरम और मेंगलुरु के लिए बोली जीती थी. समूह ने इनमें से अहमदाबाद, लखनऊ और मेंगलुरु हवाई अड्डों को अपने कब्जे में ले लिया है.


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कर्मचारी संघ ने छह हवाई अड्डों के निजीकरण की प्रक्रिया की न्यायिक जांच के साथ ही बाकी तीन हवाई अड्डे समूह को सौंपने पर रोक लगाने की मांग की है.

संघ ने दावा किया कि जिन तीन हवाई अड्डों का पहले ही अधिग्रहण किया जा चुका है, उनसे 800 करोड़ रुपए से अधिक का ‘अप्रत्याशित लाभ’ हुआ है. इस संघ के करीब 6,000 सदस्य हैं.

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दूसरी ओर अडाणी ग्रुप के करीबी सूत्रों ने कहा कि अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने निष्पक्ष और पारदर्शी बोलियों में उचित प्रक्रिया का पालन किया है.

उन्होंने कहा कि ग्रुप ने सबसे अधिक यात्री शुल्क के साथ बोली लगाई और एक प्रतिस्पर्धी प्रक्रिया के जरिए सफल बोलीदाता के रूप में उभरा.


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