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‘भारत के चारों तरफ तेजी से बदल रहा है माहौल, अग्निपथ योजना इसलिए जरूरी, NSA डोभाल बोले – कोई रोलबैक नहीं

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल का अग्निपथ भर्ती योजना और अन्य आंतरिक सुरक्षा मुद्दों पर कहा, जो हम कल कर रहे थे अगर वही भविष्य में भी करते रहे तो हम सुरक्षित रहेंगे ये जरूरी नहीं.

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार/ फोटो: दिप्रिंट

नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने मंगलवार को कहा कि अग्निपथ भर्ती योजना भारत को सुरक्षित और मजबूत बनाने की प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकता का एक हिस्सा है.

समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में डोभाल ने कहा कि शॉर्ट टर्म कांट्रेक्टुअल स्कीम एक दिन की योजना नहीं है.

डोभाल ने एएनआई की स्मिता प्रकाश को दिए इंटरव्यू में कहा कि ‘जब वह 2014 में सत्ता में आए तो पीएम मोदी की प्राथमिकताओं मे से एक था कि कैसे भारत को और मजबूत बनाया जाए.’ इसके लिए कई रास्ते और कई कदम अलग हटकर चलने की जरूरत है.

उन्होंने कहा कि अकेले अग्निवीर पूरी आर्मी कभी नहीं होंगे, अग्निवीर सिर्फ पहले 4 साल में भर्ती किए गए जवान होंगे. बाकी सेना का बड़ा हिस्सा अनुभवी लोगों का होगा. जो अग्निवीर नियमित होंगे (4 साल बाद) उन्हें जबरदस्त ट्रेनिंग दी जाएगी. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डोभाल ने कहा,

‘रेजिमेंट के सिद्धांत के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं होगी. जो रेजिमेंट हैं वे रहेंगी.’

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समय के साथ बदलना जरूरी

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा, सुरक्षा एक डायनामिक प्रोसेस है जो एक तरह से नहीं चल सकती है. इसके बारे में उन्होंने आगे कहा कि इसे समय के साथ राष्ट्र हितों और राष्ट्र की संपत्तियों के लिए बदलना होता है और उसकी रक्षा करनी होती है. और अग्निपथ को उसी नजरिए से देखने की जरूरत है.

उन्होंने इशारे में बताया कि युद्ध अब एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है. अब युद्ध सिर्फ मैदान में नहीं लड़ा जाता है बल्कि आपके दुश्मन अब इनविजिबल हैं यानी आप उन्हें देख नहीं सकते हैं. हमलोग कांटैक्टलेस युद्ध की तरफ बढ़ रहे हैं. बहुत तेजी से तकनीक युद्ध के मैदान में अपनी जगह बना रही है.’ उन्होंने कहा, ‘अगर हमें कल के लिए तैयार होना है तो हमें आज के लिए बदलना ही होगा.’

देशभर में हो रहे प्रदर्शनों पर राष्ट्रीय सलाहकार ने कहा, इसमें दो तरह के प्रदर्शन हो रहे हैं, एक तो वे हैं जिन्हें चिंता है, उन्होंने देश की सेवा भी की है. जब भी कोई बदलाव आता है कुछ चिंताएं उसके साथ आती हैं. हम इसे समझ सकते हैं. जैसे-जैसे उन्हें पूरी बात का पता चल रहा है वे समझ रहे हैं.’

जो दूसरा वर्ग है उन्हें न राष्ट्र से कोई मतलब है, न राष्ट्र की सुरक्षा से मतलब है. वे समाज में टकराव पैदा करना चाहते हैं. वे ट्रेन जलाते हैं, पथराव करते हैं, प्रदर्शन करते हैं. वे लोगों को भटकाना चाहते हैं.’ यह एक समस्या है, इससे हम प्रभावी रूप से निपट रहे हैं.

2019 के बाद से कश्मीर के लोगों की सोच में बदलाव आया है, वे अब पाकिस्तान और आतंकवाद के पक्ष में नहीं है. कुछ युवा गुमराह हैं, कुछ आतंकी संगठन अभी भी सक्रिय हैं, हम उनसे लड़ रहे हैं.

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल का अग्निपथ भर्ती योजना और अन्य आंतरिक सुरक्षा मुद्दों पर कहा, ‘जो हम कल कर रहे थे अगर वही भविष्य में भी करते रहे तो हम सुरक्षित रहेंगे ये जरूरी नहीं. डोभाल ने कहा, ‘ अग्निपथ योजना इसलिए जरूरी है क्योंकि भारत में, भारत के चारों तरफ माहौल तेजी से बदल रहा है.’

‘अगर हमें अपने हित की सुरक्षा करनी है तो हम फैसला करेंगे कि हमें कब, किसके साथ, किस आधार पर शांति स्थापित करनी है.हम पाकिस्तान सहित अपने पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं परन्तु आतंकवाद के लिए कोई जगह नही है.’

अजीत डोभाल ने आगे कहा, ‘हमारा चीन के साथ सीमा क्षेत्र को लेकर विवाद बहुत समय से है. चीन को स्पष्ट है कि हम किसी भी तरह का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं करेंगे. चर्चा से समाधान की कोशिश लगातार जारी है. हम ये भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि पूरी तरह अपनी सीमा की सुरक्षा करें.’

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने देश की सेना को हाईटेक बनाए जाने पर कहा, ‘आज भारत में बनी AK-203 के साथ नई असॉल्ट राइफल को सेना में शामिल किया जा रहा है. यह दुनिया की सबसे अच्छी असॉल्ट राइफल है. सैन्य उपकरणों में बहुत प्रगति की जा रही है.’

उन्होंने कहा, पिछले 8 सालों में स्ट्रक्चरल सुधार बहुत सारे हुए हैं. 25 साल से CDS का मुद्दा पड़ा हुआ था. राजनीतिक इच्छाशक्ति न होने के कारण इसको अमल में नहीं लाया जा सका था. आज हमारे डिफेंस एजेंसी की अपनी स्पेस की स्वतंत्र एजेंसी है.’


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