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असम सरकार शाहीन बाग प्रदर्शन के मुख्य रणनीतिकार के खिलाफ मामला दर्ज करेगी

दिल्ली में जामिया मिल्लिया इस्लामिया के पास शाहीन बाग में संशोधित नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी के खिलाफ 15 दिसंबर से महिलाएं और बच्चों समेत हज़ारों लोग प्रदर्शन कर रहे हैं.

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शाहीन बाग पर धरने की तस्वीर । मनीषा मोंडल /दिप्रिंट

गुवाहाटी: असम के एक मंत्री ने शनिवार को कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था को भंग करने के ‘मकसद’ से की गई ‘राजद्रोही’ टिप्पणी के लिए राज्य सरकार दिल्ली में शाहीनबाग प्रदर्शन के कथित मुख्य रणनीतिकार के खिलाफ मामला दर्ज करेगी.

असम के वित्त मंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि शरजिल इस्लाम को एक ऑडियो क्लिप में यह कहते हुए सुना जा सकता है कि राज्य को शेष भारत से काटा जाए और कड़ा सबक सिखाया जाए, क्योंकि बंगालियों- दोनों हिन्दू और मुसलमानों- को मारा जा रहा है या निरोध केंद्रों में डाला जा रहा है.

सरमा ने कहा, ‘असम सरकार ने इस राजद्रोह वाले बयान का संज्ञान लिया है और इस व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा.’

उन्होंने कहा, ‘इस व्यक्ति ने बहुत सी गलत चीज़े बोली हैं, जिसका लक्ष्य असम में कानून एवं व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करना है… वे भारत को तबाह करना चाहते हैं. हम इस व्यक्ति को अदालत में लाएंगे ताकि उसे कानून के मुताबिक सज़ा मिले.’

दिल्ली में जामिया मिल्लिया इस्लामिया के पास शाहीन बाग में संशोधित नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी के खिलाफ 15 दिसंबर से महिलाएं और बच्चों समेत हज़ारों लोग प्रदर्शन कर रहे हैं.

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सरमा ने आरोप लगाया, ‘असम और शेष भारत में सीएए के खिलाफ प्रदर्शनों का विमर्श एक ही है. इन्हें एक खास समुदाय के लोगों ने भड़काया है.’

उन्होंने कहा, ‘इस समुदाय का एक तबका भारत में से एक और पाकिस्तान बनाना चाहता है और इसकी इजाज़त नहीं दे सकते हैं. हमें इन ताकतों से होशियार रहने की ज़रूरत है.’

सरमा ने कहा कि पूर्वोत्तर और असम के लोग इसे कभी नहीं होने देंगे. असम भारत का अभिन्न हिस्सा है.

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