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‘लोगों की जान बचाना जरूरी’- कोविड महामारी के कारण लगातार दूसरे साल रद्द हुई अमरनाथ यात्रा

पिछले साल भी कोरोना के चलते अमरनाथ यात्रा को रद्द किया गया था और 2019 में अनुच्छेद-370 खत्म करने के कारण यात्रा को बीच में ही रोक दिया गया था.

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जम्मू कश्मीर के एक कैंप में अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेन को लाइन में खड़े तीर्थ यात्री, फाइल फोटो | पीटीआई

नई दिल्ली: 28 जून से लेकर 22 अगस्त तक होने वाली अमरनाथ यात्रा को इस साल भी रद्द कर दिया गया है. कोविड के मद्देनज़र ये फैसला लिया गया है. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण इस साल अमरनाथ यात्रा रद्द कर दी गयी है. श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन आरती की व्यवस्था की जाएगी.

जम्मू-कश्मीर के एलजी कार्यालय के ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में बताया गया, ‘श्री अमरनाथ जी यात्रा कोविड महामारी के कारण रद्द कर दी गई है. श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड के सदस्यों के साथ चर्चा के बाद ये निर्णय लिया गया है. हालांकि पवित्र गुफा में सभी धार्मिक अनुष्ठान किए जाएंगे.’

बयान में कहा गया, ‘लोगों की जान बचाना महत्वपूर्ण है. इसलिए लोगों के हितों को देखते हुए इस साल की यात्रा को रोका जा रहा है.’

दिप्रिंट ने 30 अप्रैल को ही अपनी रिपोर्ट में बताया था कि कोविड के कारण अमरनाथ यात्रा रद्द हो सकती है.

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यात्रा को स्थगित करने या रद्द करने पर केंद्र शासित प्रदेश की एडवाइजरी कमिटी फैसला करती है, जिसके अध्यक्ष उपराज्यपाल हैं. लेकिन अंतिम फैसला श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सदस्यों के साथ मिलकर कमिटी करती है. श्राइन बोर्ड ही यात्रा की योजना और इसपर अमल कराती है.

इस यात्रा के लिए 1 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हुई थी लेकिन कोविड के कारण 22 अप्रैल को इसे रोक दिया गया था.

56 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा के लिए दो रास्ते निर्धारित किए गए थे. एक पहलगाम और दूसरा बालटल की तरफ से. कोरोना महामारी के कारण पिछले साल भी इस यात्रा को रद्द करना पड़ा था और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने श्राइन से अनुष्ठानों का प्रसारण किया था.

2019 में जम्मू-कश्मीर के विशेष राज्य का दर्जा खत्म करने के कारण इस यात्रा को बीच में ही रोक दिया गया था क्योंकि उस बीच वहां लॉकडाउन था और संचार सेवाओं पर पाबंदी थी.

इससे पहले 14 मई से शुरू होने वाली चार धाम यात्रा को भी कोविड के कारण रद्द कर दिया गया था.


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