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नासिक में झरने के पास फंसे 22 पर्यटकों को बचाया गया, एक लापता

नासिक, आठ अगस्त (भाषा) महाराष्ट्र के नासिक में भारी बारिश के कारण एक झरने के पास फंसे 22 पर्यटकों को बचा लिया गया है जबकि एक पर्यटक के डूबने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।

पुलिस के मुताबिक, लापता व्यक्ति की तलाश की जा रही है। महाराष्ट्र के नासिक जिले के त्र्यंबकेश्वर तालुका क्षेत्र में रविवार शाम को ये सभी पर्यटक दुगरा नदी के पास प्रसिद्ध दुगरवाड़ी जलप्रपात देखने गए थे।

त्र्यंबकेश्वर थाने के एक अधिकारी ने बताया कि स्थानीय लोगों ने पर्यटकों को लगातार हो रही बारिश के मद्देनजर जलस्तर के बढ़ने की आशंका के बारे में चेतावनी दी थी, लेकिन पर्यटकों ने इस पर ध्यान नहीं दिया और झरने को देखने के लिए एक घाटी में चले गए।

उन्होंने कहा कि भारी बारिश के चलते क्षेत्र में जलस्तर बढ़ने और अंधेरा होने के कारण सैलानी वहां से नहीं लौट सके।

अधिकारी ने बताया कि इलाके में मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी खराब होने के कारण पर्यटक मदद मांगने के लिए किसी से संपर्क नहीं कर सके और कुछ पर्यटक मदद के लिए चिल्लाने लगे।

वहीं, जलप्रपात देखने गए चार से पांच स्थानीय लोग इस बीच लौट आए और अन्य स्थानीय लोगों को फंसे हुए पर्यटकों के बारे में जानकारी दी।

पुलिस अधिकारी ने कहा कि पर्यटकों की गुहार सुनने के बाद आसपास के गांवों के कुछ लोगों ने वन विभाग को सूचना दी और उनकी मदद के लिए झरने पर भी गए। उन्होंने बताया कि इसके बाद वन अधिकारियों ने इसकी सूचना जिला आपदा प्रबंधन विभाग और त्र्यंबकेश्वर पुलिस को दी।

अधिकारी ने कहा कि पुलिस, पर्वतारोहियों, वन एवं आपदा प्रबंधन विभाग के कर्मियों की एक टीम मौके पर पहुंची और रविवार देर रात बचाव अभियान शुरू किया गया। उन्होंने कहा कि इसके बाद रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात करीब डेढ़ बजे 23 में से 22 पर्यटकों को बचा लिया गया।

पुलिस के अनुसार, बीड जिले के रहने वाले अविनाश गरड लापता बताए जा रहे हैं जिनकी तलाश की जा रही है।

भाषा रवि कांत नेत्रपाल

नेत्रपाल

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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