होम देश सभ्यतागत दृष्टि से मील का पत्थर साबित होगा रामलला मंदिर : मिश्र

सभ्यतागत दृष्टि से मील का पत्थर साबित होगा रामलला मंदिर : मिश्र

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी | एएनआई
इसरो वैज्ञानिक एन. वलारमथी | ट्विटर/@DrPVVenkitakri1

नयी दिल्ली एक मई (भाषा) अयोध्या के राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने यहां कहा कि सभ्यता के प्रतीक के रूप में श्री रामलला के मंदिर का विकास भारत के सभी समुदायों के साथ-साथ दुनिया भर के लिए भी फायदेमंद होगा।

यहां ‘सीयूटीएस इंटरनेशनल’ की 40वीं वर्षगांठ व्याख्यान की श्रृंखला में 12वें व्याख्यान को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पूर्व प्रधान सचिव मिश्र ने कहा कि श्री रामलला मंदिर के महत्व को सभ्यता के परिप्रेक्ष्य में समझने की जरूरत है।

‘सीयूटीएस इंटरनेशनल’ की ओर से बुधवार को जारी एक बयान के मुताबिक, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सभ्यता के प्रतीक के रूप में श्री रामलला (मंदिर) का विकास न केवल भारत के सभी समुदायों के लिए बल्कि दुनिया भर के लिए भी फायदेमंद होगा।

बयान के अनुसार, मिश्र ने मंदिर निर्माण की वास्तुशिल्प के बारे में भी बताया जिसमें लोहे का उपयोग न करना, विभिन्न प्रकार के पत्थरों का उपयोग, नक्काशी आदि जैसे पहलू शामिल थे।

उन्होंने बताया कि श्री रामलला मंदिर अगले एक हजार वर्षों के लिए बनाया जा रहा है और यह स्वदेशी वास्तु के अद्भूत नमूने के रूप में उभरा है जिसमें आईआईटी और केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान जैसे भारतीय अनुसंधान संस्थानों का योगदान शामिल है।

इसी कार्यक्रम में दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल तेजेंद्र खन्ना ने कहा कि भारत का उदय सभी के लिए कल्याणकारी है।

उन्होंने कहा, “देश सांस्कृतिक जागृति के दौर से गुजर रहा है, जो हमारे समाज के साथ-साथ वैश्विक समस्याओं के समाधान के लिए भी अच्छा है।”

भाषा नोमान नोमान माधव

माधव

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