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भारत चाहता है कि सीडीआरआई से अधिक से अधिक देश, अंतरराष्ट्रीय संगठन जुड़ें: विदेश मंत्रालय

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी | एएनआई
इसरो वैज्ञानिक एन. वलारमथी | ट्विटर/@DrPVVenkitakri1

नयी दिल्ली, 25 अप्रैल (भाषा) विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे के लिए गठबंधन (सीडीआरआई) एक ‘‘बहुत महत्वपूर्ण मंच’’ है और भारत चाहता है कि अधिक से अधिक देश, अंतरराष्ट्रीय संगठन इससे जुड़ें और सहयोग करें।

यह टिप्पणी फ्रांस के सीडीआरआई की संचालन परिषद का नया सह-अध्यक्ष बनने के कुछ दिनों बाद आई है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अपनी साप्ताहिक प्रेस वार्ता के दौरान एक सवाल पर कहा कि फ्रांस ‘‘महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार’’ है और भारत सीडीआरआई के दायरे में भी देश के साथ काम करने के लिए उत्सुक है।

सीडीआरआई की शुरुआत 2019 में की गई। वर्तमान में इस वैश्विक गठबंधन से 39 देश और सात संगठन जुड़े हैं। सीडीआरआई की वेबसाइट के अनुसार यह सतत विकास लक्ष्यों के अनुरूप टिकाऊ बुनियादी ढांचे के तेजी से विकास, बुनियादी सेवाओं तक सबकी पहुंच का विस्तार करने जैसी पहल को बढ़ावा देता है।

भारत सीडीआरआई की संचालन परिषद का स्थायी सह-अध्यक्ष है।

जायसवाल ने कहा, ‘‘यह (सीडीआरआई) एक बहुत ही महत्वपूर्ण मंच है। इस मंच पर विश्व स्तर पर भारत ने नेतृत्व किया है। बड़ी संख्या में देश इस मंच से जुड़े हैं। हम सभी सदस्यों की भागीदारी का स्वागत करते हैं। हम इसे मजबूत करना चाहते हैं। हम सब जानते हैं कि जलवायु परिवर्तन, जलवायु परिवर्तन के असर से मुकाबला करना कितना महत्वपूर्ण है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय संगठन, वैश्विक समुदाय आगे आएं और हमारा सहयोग करें।’’

फ्रांस को ‘‘महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार’’ बताते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम सीडीआरआई के दायरे में भी उनके साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं।’’

क्या भारत इटली में आगामी जी7 शिखर सम्मेलन में शामिल होगा, इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि जी7 शिखर सम्मेलन का आयोजन इटली में होना है। हमें निमंत्रण मिला है, लेकिन इस समय, यह विचाराधीन मामला है और (जब) हमें विवरण के बारे में पता चलेगा…हम जानकारी साझा करेंगे।’’

एक जनवरी को, इटली ने जी7 की अध्यक्षता संभाली। सात देशों के इस समूह में इटली, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता से दिल्ली में प्रस्तावित नए राष्ट्रीय संग्रहालय में फ्रांस की भूमिका के बारे में भी पूछा गया। उन्होंने कहा, ‘‘बेशक, जब कला और सांस्कृतिक सहयोग की बात आती है तो फ्रांस एक महत्वपूर्ण देश है और हमारा फ्रांस और कई अन्य देशों के साथ बहुत जीवंत सांस्कृतिक सहयोग है।’’

भाषा आशीष रंजन

रंजन

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