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बंगाल : मेट्रो सुरंग के काम के दौरान दस घरों में दरारें आईं

कोलकाता, 14 अक्टूबर (भाषा) कोलकाता के बहूबाजार इलाके में शुक्रवार सुबह पूर्व-पश्चिम मेट्रो सुरंग में काम के दौरान पानी का रिसाव होने के कारण कम से कम दस घरों में दरारें आ गईं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।

कोलकाता मेट्रो रेल निगम (केएमआरसी) के महाप्रबंधक (प्रशासन) ए के नंदी ने बताया कि मदन दत्त लेन स्थित इन घरों के निवासियों को पास के होटलों में स्थानांतरित किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि सुरंग में काम के दौरान पानी का रिसाव होने के कारण दस घरों में दरारें आ गई हैं।

मदन दत्त लेन दुर्गा पिटुरी लेन के पास स्थित है, जहां पहले भी दो बार जमीन धंसने से इमारतें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं।

कोलकाता के मेयर फिरहाद हाकिम ने कहा कि मेट्रो प्राधिकारियों को क्षेत्र में घरों को ध्वस्त करना चाहिए और भविष्य में किसी भी दुर्घटना को रोकने के लिए पूरी तरह से एहतियाती काम करने के बाद, नये भवनों का निर्माण किया जाना चाहिए।

उन्होंने घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘‘टुकड़ों में पहचान करने और मरम्मत करने की कोशिश करना अच्छा नहीं है, क्योंकि भविष्य में दुर्घटनाओं का खतरा हो सकता है। अच्छा होगा कि प्रभावित इलाके में घरों को ध्वस्त कर दिया जाए और व्यापक सावधानी के बाद इमारत का निर्माण किया जाए।’’

मध्य कोलकाता के बहू बाजार क्षेत्र की इमारतों में सुरंग निर्माण कार्य के दौरान दो बार पहले भी दरारें आ चुकी हैं, जिससे पूर्व-पश्चिम मेट्रो परियोजना के पूरा होने में देरी हुई।

प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने के बाद नंदी ने संवाददाताओं से कहा, ‘पिछले शुक्रवार से भूमिगत सुरंग की कंक्रीट से ढलाई का काम चल रहा है।’’

उन्होंने कहा कि यहां स्वीडन के दो विशेषज्ञ इंजीनियर की सलाह पर ढांचे को मजबूत करने के लिए ‘केमिकल ग्राउटिंग’ भी की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा करने के बावजूद यह हुआ है, अब हमें घटना के कारणों का आकलन करना होगा।’’

उन्होंने कहा कि केएमआरसी इंजीनियर रिसाव को रोकने के लिए भूमिगत काम कर रहे हैं। नंदी ने कहा कि कोलकाता नगर निगम के स्थानीय पार्षद को 10 घरों के निवासियों को खाली कराने के संबंध में पत्र दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘प्रभावित स्थल पर सभी घरों के मूल्यांकन के बाद, यह तय किया जाएगा कि क्या और इमारतों को खाली कराना है या नहीं।’’

नंदी ने कहा कि प्रभावित भवनों एवं दुकानों के मालिकों एवं अन्य निवासियों को 15 दिन के भीतर आर्थिक मुआवजा देने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम भुगतान करेंगे, जैसा हमने पहले किया था, उन लोगों को 5 लाख रुपये का भुगतान किया, जिन्हें 30 दिनों से अधिक समय तक अपने घरों से दूर रहना पड़ा, 100 वर्ग फुट से कम क्षेत्र की दुकानों को एक लाख रुपये और जिनका क्षेत्रफल इससे अधिक है, उन्हें 5 लाख रुपये का भुगतान किया गया था।’’

साल्ट लेक में हावड़ा मैदान और सेक्टर पांच को जोड़ने वाला पूर्व पश्चिम मेट्रो कॉरिडोर सेक्टर पांच स्टेशन और सियालदह के बीच आंशिक रूप से चालू है।

भाषा अमित दिलीप

दिलीप

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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