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प्रकृति की मार झेल रहा दीमा हसाओ अपनी खोई सुंदरता पाने के लिए प्रयासरत

हाफलोंग (असम), 23 मई (भाषा) असम का दीमा हसाओ जिला बाढ़ और भूस्खलन के चलते बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जिसके चलते राज्य का एकमात्र पहाड़ी पर्यटन स्थान हाफलोंग अपनी खोई हुई सुंदरता वापस पाने के लिए प्रयासरत है। साथ ही जिले के आसपास के रिहायशी इलाकों में भी स्थिति में सुधार के लिए प्रशासनिक अमला जुटा हुआ है।

हालांकि, तबाही की भयावहता को देखते हुए अधिकारी अभी इस बात को लेकर पूरी तरह अनिश्चित हैं कि दीमा हसाओ में हालात सामान्य होने में कितना समय लग जाएगा।

अधिकारियों ने बताया कि सड़क सपंर्क अगले कुछ सप्ताह में बहाल होने की उम्मीद है जबकि दीमा हसाओ, बराक वैली, त्रिपुरा, मिजोरम और मणिपुर को देश के बाकी हिस्सों के साथ रेल संपर्क बहाल होने में जुलाई तक का समय लग सकता है।

पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सब्यसाची डे ने पीटीआई-भाषा से कहा, ”जीर्णोद्धार का कार्य जोरों पर चल रहा है। हमने 30 जून तक काम पूरा करने का लक्ष्य रखा है। हमारी योजना एक जुलाई से रेल सेवा बहाल करने की है।”

पूर्वोत्तर सीमातं रेलवे ने शनिवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि कई स्थानों पर जलभराव और भूस्खलन के कारण कई रेलगाड़ियां जुलाई के पहले सप्ताह तक रद्द रहेंगी।

रेलवे पटरियों के पास 58 जगहों पर भूस्खलन की जानकारी सामने आई है। वहीं, न्यू हाफलोंग रेलवे स्टेशन पर हालात इतने खराब हो गए कि स्टेशन कीचड़ से भर गया, जिससे कई ट्रेन फंस गईं।

रास्तों के कीचड़ और पत्थरों से भरे होने के कारण दीमा हसाओ का सड़क संपर्क टूट गया था। हालांकि कुछ हिस्सों को आंशिक रूप से फिर से खोल दिया गया है और सुरंगों को साफ किया गया है।

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हालात के पूरी तरह से सामान्य होने में एक सप्ताह से अधिक का समय लगेगा।

अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में मोबाइल सेवाओं की बहाली भी एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि सेवाएं जल्द सुचारू करने के लिए प्रयास जारी हैं।

भाषा शफीक अविनाश

अविनाश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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