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डीआरडीओ कृत्रिम मेधा आधारित निगरानी प्रणाली, अन्य परियोजनाओं के लिए आईआईटी भुवनेश्वर का सहयोग करेगा

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी | एएनआई
इसरो वैज्ञानिक एन. वलारमथी | ट्विटर/@DrPVVenkitakri1

भुवनेश्वर, आठ मई (भाषा) रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-एआई) संचालित निगरानी प्रणाली और अन्य परियोजनाओं के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) भुवनेश्वर का सहयोग करेगा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

डीआरडीओ और आईआईटी भुवनेश्वर के अधिकारियों के बीच मंगलवार को यहां बैठक हुई, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार प्रणाली (ईसीएस) क्लस्टर, डीआरडीओ के महानिदेशक (डीजी) विनय दास और दोनों संस्थानों के कई वरिष्ठ वैज्ञानिक तथा अधिकारी उपस्थित रहे।

बैठक के दौरान, डीआरडीओ के ईसीएस क्लस्टर की नौ स्वीकृत परियोजनाएं आईआईटी भुवनेश्वर को सौंपी गईं, जबकि अन्य सात परियोजनाएं 18 करोड़ रुपये की अनुदान राशि के साथ मंजूरी देने की प्रक्रिया में हैं।

अधिकारियों ने बताया कि आईआईटी भुवनेश्वर स्वीकृत परियोजनाओं पर काम करेगा जो कि एआई-संचालित निगरानी प्रणाली, ​​पावर सिस्टम, रडार सिस्टम आदि में फायदेमंद होगा।

आईआईटी के ‘स्कूल ऑफ इलेक्ट्रिकल साइंसेज’ के प्रमुख एस.आर. सामंतराय ने कहा कि आईआईटी भुवनेश्वर और डीआरडीओ का सहयोग रक्षा अनुप्रयोगों की उभरती अनुसंधान और विकास आवश्यकता में योगदान देगा जिससे आत्मनिर्भर भारत के लिए एक मंच तैयार होगा।

उन्होंने कहा कि इस तरह का सहयोग रक्षा अनुसंधान कार्यक्रमों की वहनीयता को बढ़ाएगा और राष्ट्र निर्माण के लिए पारिस्थितिकी तंत्र का हिस्सा होगा।

भाषा खारी मनीषा

मनीषा

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