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कर्नाटक के मंत्री ने प्रज्वल से जुड़े यौन उत्पीड़न मामले की जांच सीबीआई से कराने से इनकार किया

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी | एएनआई
इसरो वैज्ञानिक एन. वलारमथी | ट्विटर/@DrPVVenkitakri1

बेंगलुरु, आठ मई (भाषा) कर्नाटक के गृहमंत्री डॉ.जी.परमेश्वर ने बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी की उस मांग को अस्वीकार कर दिया जिसमें जनता दल सेक्युलर के सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर लगे महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) कराने को कहा गया था।

उन्होंने कहा कि सरकार की सीआईडी (अपराध जांच विभाग) मामले की जांच करने के लिए पूरी तरह से सक्षम है।

राज्य के गृहमंत्री ने कहा, ‘‘ कुमारस्वामी ने करीब 100 सवाल किए हैं। मैं उन सभी का जवाब नहीं दूंगा। उन्होंने सीबीआई जांच कराने की मांग की है जो हम नहीं कराने जा रहे हैं। एसआईटी (विशेष जांच टीम) सक्षम है। मैंने कहा है कि हम उचित जांच कराएंगे।’’

परमेश्वर ने बताया कि महिला का अपहरण करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। महिला तीन बच्चों की मां है और इस मामले में जद(एस) के होलेनारासिपुरा के विधायक और रेवन्ना के पिता एच.डी.रेवन्ना भी आरोपी हैं और इस समय न्यायिक हिरासत के तहत कारागार में हैं।

एच.डी.रेवन्ना, जद(एस) सुप्रीमो और पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी.देवेगौड़ा के बेटे हैं। उनके पुत्र प्रज्वल के खिलाफ कई महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने के मामलों की जांच की जा रही है और खबर है कि वह देश छोड़कर भाग गए हैं।

जांच में हुई प्रगति के बारे में गृहमंत्री ने बताया कि रेवन्ना और उनके सहयोगी सतीश बबन्ना सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने तीसरे आरोपी की पहचान जाहिर करने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि इससे जांच प्रभावित होगी।

जब उनसे पूछा गया कि वीडियो लीक करने वालों के खिलाफ भी जांच की जाएगी तो परमेश्वर ने कहा, ‘‘हम कुछ भी छिपाना नहीं चाहते हैं। जांच में पेन ड्राइव की सामग्री को प्रसारित करने का कोण भी शामिल है।’’

परमेश्वर ने कहा, ‘‘कुमारस्वामी ने आरोप लगाया है कि पुलिस कर्मियों ने वीडियो प्रसारित किया है। किस पुलिस ने इसे प्रसारित किया और कहां, हम इस पहलू पर भी गौर करेंगे। एसआईटी तय करेगी कि कुमारस्वामी को उनके आरोपों को लेकर नोटिस जारी किया जाए या नहीं।’’

उन्होंने कहा कि सरकार को एसआईटी पर भरोसा है और हम उसकी रिपोर्ट का इंतजार करेंगे।

कुमारस्वामी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इस बयान की जांच कराने जाने की मांग की है कि 400 महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया गया। परमेश्वर ने कहा कि इस बारे में एसआईटी फैसला करेगी।

प्रज्वल रेवन्ना के वाहन चालक कार्तिक गौड़ा की गिरफ्तारी नहीं किए जाने के सवाल पर परमेश्वर ने कहा कि किसी को गिरफ्तार करने के लिए ठोस सबूत होने चाहिए। माना जा रहा है कि कार्तिक के पास ही पेन ड्राइव था जिसमें सांसद की संलिप्तता वाले अश्लील वीडियो थे।

मंत्री ने कहा, ‘‘ जबतक हमें सबूत नहीं मिलता हम कार्तिक या देवराजे गौड़ा (भारतीय जनता पार्टी के नेता) को गिरफ्तार नहीं कर सकते।’’

भाषा धीरज माधव

माधव

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