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आरएमएल रिश्वत मामला: सीबीआई ने दो और लोगों को किया गिरफ्तार, कुल 11 लोग गिरफ्तार

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी | एएनआई
इसरो वैज्ञानिक एन. वलारमथी | ट्विटर/@DrPVVenkitakri1

नयी दिल्ली, नौ मई (भाषा) केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने राष्ट्रीय राजधानी के प्रतिष्ठित अस्पताल राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में कथित रिश्वतखोरी रैकेट मामले में चिकित्सा साजो सामान के एक आपूर्तिकर्ता और एक नर्स सहित कुल दो लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि ‘बायोट्रॉनिक्स’ के क्षेत्रीय बिक्री प्रबंधक आकर्षण गुलाटी और नर्स शालू शर्मा की गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में अब तक गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या 11 हो गई है। इसमें दो हृदय रोग विशेषज्ञ और तीन अस्पताल सहायक कर्मचारी शामिल हैं, जिन्हें बुधवार को हिरासत में लिया गया।

नर्स शालू और क्लर्क भुवाल जायसवाल ने कथित तौर पर एक व्यक्ति को धमकी दी थी कि अगर उसने उन्हें 20,000 रुपये नहीं दिए तो वे उसकी गर्भवती पत्नी को अस्पताल से बाहर कर देंगे।

सीबीआई द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी के अनुसार शालू ने कथित तौर पर उस व्यक्ति की पत्नी का इलाज रोकने और उसे ‘डिस्चार्ज’ करने की धमकी दी। व्यक्ति ने यूपीआई के माध्यम से राशि का भुगतान किया।

अधिकारियों के मुताबिक हृदय रोग विभाग के प्रोफेसर अजय राज और सहायक प्रोफेसर पर्वत गौड़ा चन्नप्पागौड़ा को चिकित्सा उपकरणों के आपूर्तिकर्ताओं से उनके उत्पादों और स्टेंट का उपयोग करने के एवज में रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

अधिकारियों के मुताबिक सीबीआई ने नागपाल टेक्नोलॉजीज के चिकित्सा उपकरण आपूर्तिकर्ता नरेश नागपाल को गिरफ्तार किया है, जिसने चिकित्सा उपकरणों की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए पर्वत गौड़ा को 2.48 लाख रुपये दिए थे। उसके अलावा यूपीआई के जरिए राज को दो बार रिश्वत देने के लिए भारती मेडिकल टेक्नोलॉजीज के भरत सिंह दलाल और अस्पताल कैथ लैब प्रभारी रजनीश कुमार और चन्नप्पागौड़ा को रिश्वत देने के लिए अबरार अहमद को गिरफ्तार किया है।

अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को जायसवाल, संजय कुमार और बिचौलिए विकास कुमार को भी गिरफ्तार किया गया।

भाषा

शोभना नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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