होम देश अंडमान पुलिस का ‘चैटबॉट’ आपराधिक कानूनों को समझने में मदद करेगा

अंडमान पुलिस का ‘चैटबॉट’ आपराधिक कानूनों को समझने में मदद करेगा

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी | एएनआई
इसरो वैज्ञानिक एन. वलारमथी | ट्विटर/@DrPVVenkitakri1

पोर्ट ब्लेयर, 10 मई (भाषा) अंडमान निकोबार पुलिस ने लोगों को तीन नए आपराधिक कानूनों को समझने में मदद करने के लिए ‘नए कानून मित्र’ नामक एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) आधारित चैटबॉट पेश किया है। ये तीन नए कानून भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (बीएसए) हैं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

चैटबॉट को दक्षिण अंडमान की पुलिस अधीक्षक निहारिका भट्ट और दक्षिण अंडमान के एएसपी विकास स्वामी ने विकसित किया है। यह एक आभासी सहायक के रूप में काम करेगा। यह नए अधिनियमित कानूनों में उल्लिखित सिद्धांतों और दिशानिर्देशों के बारे में सहायता प्रदान करेगा।

‘पीटीआई-भाषा’ से बात करते हुए, भट्ट ने कहा, ‘चैटबॉट ‘नए कानून मित्र’ को दो तरीकों से खोला जा सकता है-एक वेबलिंक और एक क्यूआर-कोड। दोनों प्लेटफॉर्म उपयोगकर्ता को चैटबॉट पर ले जाएंगे, जहां कोई भी नागरिक टेक्स्ट मैसेज के माध्यम से तीन नए आपराधिक कानूनों से संबंधित प्रश्न पूछ सकता है।’

अंडमान निकोबार द्वीप समूह के पुलिस महानिदेशक देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने इस परियोजना में शामिल सभी अधिकारियों की सराहना करते हुए कहा, ‘इस चैटबॉट को अपनाना जनता को कुशल और सुलभ सेवाएं प्रदान करने में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) की क्षमता का उपयोग करने का एक प्रयास है।’

डीजीपी ने कहा, ‘पिछले चार महीने में हमने तीनों जिलों-दक्षिण अंडमान, उत्तर और मध्य अंडमान तथा निकोबार जिले में लोगों को इन तीन नए आपराधिक कानूनों के बारे में जागरूक करने के लिए अभियान चलाया है।’

भाषा

शुभम वैभव

वैभव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

Exit mobile version