होम हेल्थ एफडीए ने बच्चों के वैक्सीन को दी हरी झंडी, कहा- फाइजर का...

एफडीए ने बच्चों के वैक्सीन को दी हरी झंडी, कहा- फाइजर का कोविड रोधी टीका भी है कारगर

एफडीए के वैज्ञानिकों ने अपने विश्लेषण में कहा कि कोरोनावायरस संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती होने या उससे मौत के जोखिम को रोकने में टीका लाभकारी है.

प्रतीकात्मक तस्वीर: सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर बच्चों की फाइल फोटो | सूरज सिंह बिष्ट | दिप्रिंट

वाशिंगटन: संघीय स्वास्थ्य नियामकों (फेडरल हेल्थ रेगुलेटर्स) ने कहा है कि फाइजर के कोविड​​​​-19 रोधी टीके की खासतौर पर बच्चों के लिए बनाई गई खुराक प्राथमिक स्कूल के बच्चों में लक्षण वाले संक्रमण को रोकने में अत्यधिक प्रभावी पाई गई है और इससे कोई अप्रत्याशित सुरक्षा समस्या भी नहीं होती है.

अमेरिका में बच्चों का टीकाकरण शुरू करने पर विचार किए जाने के बीच नियामक ने यह कहा. खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने फाइजर टीके संबंधी आंकड़ों का विश्लेषण से जुड़ी जानकारी ऐसे समय दी जब अगले हफ्ते एक जन सभा में यह चर्चा होनी है कि देश में पांच से 11 वर्ष की आयु के करीब 2.8 करोड़ बच्चों के लिए टीके की खुराक तैयार हैं या नहीं.

एफडीए के वैज्ञानिकों ने अपने विश्लेषण में कहा कि कोरोनावायरस संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती होने या उससे मौत के जोखिम को रोकने में टीका लाभकारी है और यह फायदा किसी भी परिदृश्य में बच्चों में टीके के किसी गंभीर दुष्प्रभाव से कहीं अधिक है. एजेंसी के समीक्षकों ने हालांकि फाइजर के टीके को अधिकृत करने की अनुशंसा नहीं की.

अब एफडीए इस सवाल को अगले मंगलवार को स्वतंत्र सलाहकारों की समिति के समक्ष रखेगा और इस बारे में कोई भी फैसला लेने से पहले उनकी सलाह पर विचार करेगा.

एफडीए की समीक्षा में फाइजर के उन परिणामों की पुष्टि की गई जिनमें कहा गया था कि टीके की दो खुराक बच्चों में लक्षण वाले संक्रमण को रोकने में 91 फीसदी तक कारगर है. एफडीए ने कोई नया या अप्रत्याशित दुष्परिणाम नहीं पाया. हालांकि उसके वैज्ञानिकों ने कहा कि यह अध्ययन अत्यंत दुर्लभ दुष्परिणामों का पता लगाने के लिहाज से पर्याप्त नहीं है.


यह भी पढ़ें: संक्रमण का कम होना तस्वीर का एक हिस्सा भर, विशेषज्ञ बोले- कोविड की बड़ी लहर की आशंका नहीं


 

Exit mobile version