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NEET में पूरे 720 नंबर लाने वाले ओडिशा के शोएब आफताब ने कहा- ‘अच्छे नंबर स्कोर करने का भरोसा था’

दिल्ली की आकांक्षा ने भी परफेक्ट 720 स्कोर किए हैं लेकिन उन्हें दूसरी रैंक मिली है क्योंकि वो आफताब से छोटी हैं. वो अब एम्स में जाना चाहती हैं.

नीट 2020 के टॉपर शोएब आफताब | एएनआई

नई दिल्ली: ओडिशा के शोएब आफताब और दिल्ली की आकांक्षा सिंह ने नेशनल एलिजिबिलिटी एंड एंट्रेंस टेस्ट (नीट) 2020 में, जिसके नतीजे शुक्रवार को घोषित किए गए, पूरे 720 नंबर लाकर एक रिकॉर्ड कायम किया है.

हालांकि 18 वर्षीय आफताब और 17 वर्षीय सिंह, दोनों ने बराबर नंबर हासिल किए हैं लेकिन आफताब को टॉपर और सिंह को दूसरी रैंक धारक घोषित किया गया क्योंकि वो आफताब से छोटी हैं.

टाई-ब्रेकर वाली स्थिति में जब दो या उससे अधिक छात्रों के बराबर नंबर आते हैं तो एनटीए गलत जवाबों की संख्या, विषयों के नंबर और आखिर में उम्र को देखते हुए रैंक देती है.

आफताब जिन्होंने अपनी मेडिकल कोचिंग कोटा के ऐलन कोचिंग संस्थान से ली, पहले से ही जानते थे कि वो परफेक्ट 720 स्कोर करने वाले हैं.

9 अक्टूबर को ट्विटर पर एलन इंस्टीट्यूट के एक पोस्ट के अनुसार, आफताब ने एनटीए द्वारा जारी अपनी ओएमआर आंसर-शीट को ऑफीशियल आंसर की से मिला कर पता लगा लिया था कि उन्होंने परफेक्ट 720 स्कोर किए हैं.

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फोन पर दिप्रिंट से बात करते हुए आफताब ने कहा कि वो अपने नतीजे से बहुत ख़ुश थे और उन्हें ‘अच्छे नंबरों का यकीन था’.

राउरकेला में एक कारोबारी के बेटे आफताब ने कहा कि किसी मेडिकल स्कूल में जाने वाले, वो अपने परिवार से पहले सदस्य होंगे.


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‘एम्स जाना चाहती हूं’

इस बीच, सिंह ने कहा कि उन्हें कोई अफसोस नहीं है कि वो दूसरी रैंक धारक हैं लेकिन उन्हें इस बात का गर्व है कि उन्होंने परफेक्ट 720 हासिल किए हैं.

उन्होंने दिप्रिंट से कहा, ‘720 नंबर स्कोर करना एक बड़ी उपलब्धि है और मुझे खुशी है कि मैं ये कर पाई’.

सिंह प्रीमियर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में जाना चाहती हैं. उनका कहना है कि मेडिसिन पढ़ने के उनके फैसले के पीछे एम्स ही प्रेरणा है.

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर की निवासी सिंह, दो साल पहले मेडिकल पढ़ाई के लिए दिल्ली आईं थीं. वो राष्ट्रीय राजधानी में अपने पिता के साथ रह रही हैं जिन्होंने अपनी बेटी के सपनों को पूरा कराने के लिए भारतीय वायुसेना से जल्दी रिटायरमेंट ले लिया था.

एनटीए द्वारा साझा किए गए डेटा के अनुसार, इस साल 13,66,945 छात्रों ने इम्तिहान दिया था जिनमें से 7,71,500 ने क्वालिफाई किया है.

इस साल नीट इम्तिहान 13 सितंबर को आयोजित किया गया था और जिनका इम्तिहान छूट गया था, उनके लिए दूसरा इम्तिहान 14 अक्टूबर को कराया गया. कोविड-19 महामारी के चलते सुरक्षा के सभी एहतियाती उपाय किए गए थे.

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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