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कम हुए संक्रमण के मामले तो महाराष्ट्र में 5वीं से 12वीं तक के स्कूल खुले, शिक्षा मंत्री ने छात्रों को दीं शुभकामनाएं

ग्रामीण इलाकों में पांचवी से 12वीं तक और शहरी इलाकों में आठवीं से 12वीं कक्षाओं तक के स्कूल खुले हैं. ग्रामीण इलाकों में पहली से चौथी कक्षा और शहरी इलाकों में पहली से सातवीं तक के स्कूल नहीं खुले हैं.

कोरोना की लहर ठंडी पड़ी तो महाराष्ट्र में भी स्कूल खोल दिए गए हैं./ फोटो: एएनआई

मुंबई: महाराष्ट्र में 18 महीने से अधिक समय बाद स्कूल परिसर में पांचवी से 12वीं के छात्रों की कक्षाएं सोमवार से आखिरकार शुरू हो गईं.

राज्य में कोविड-19 के मद्देनजर कक्षाएं अभी तक ऑनलाइल आयोजित की जा रही थीं. अब केवल उन्हीं इलाकों में स्कूल खुले हैं, जहां कोविड-19 के मामले कम है.

महाराष्ट्र की स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने राज्य में स्कूल परिसर में कक्षाएं शुरू होने की पिछले महीने घोषणा की थी और सरकार ने एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) भी जारी की थी.

मंत्री ने सोमवार को ट्वीट किया, ‘आज राज्य भर में स्कूल खुलने पर सभी अभिभावकों और छात्रों को शुभकामनाएं. हम आशा करते हैं कि आप एक सुरक्षित माहौल में अपने पहले दिन का आनंद लेंगे.’

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महाराष्ट्र सरकार के अनुसार, ग्रामीण इलाकों में पांचवी से 12वीं कक्षाओं और शहरी इलाकों में आठवीं से 12वीं कक्षाओं के लिए स्कूल खुले हैं. ग्रामीण इलाकों में पहली से चौथी कक्षा और शहरी इलाकों में पहली से सातवीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल नहीं खुले.

महाराष्ट्र के शिक्षा विभाग ने स्कूलों परिसर में कक्षाएं फिर से शुरू करने से पहले, स्थिति का जायजा लेने के लिए रविवार को एक बैठक भी की थी.

बैठक के बाद गायकवाड़ ने ट्वीट किया था, ‘स्कूल परिसर में कक्षाओं के सुचारू संचालन के लिए, स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन के साथ प्रभावी समन्वय बनाए रखने की जरूरत है. हम छात्रों को एक अनुकूल माहौल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.’

सरकार की एसओपी के अनुसार, स्कूलों में शारीरिक दूरी बनाए रखना अनिवार्य है. छात्रों को परिसर में कक्षाओं में शामिल होने के लिए अभिभावकों से सहमति पत्र लाना होगा.


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