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वैक्सीनेशन से पहले 12वीं की बोर्ड परीक्षा कराना बड़ी भूल साबित होगी: मनीष सिसोदिया

सिसोदिया ने कहा कि केंद्र सरकार की प्राथमिकता वैक्सीनेशन होनी चाहिए. केंद्र सरकार या तो फाइजर से बात कर देश भर में 12वीं क्लास के सभी 1.4 करोड़ बच्चों और स्कूलों में, लगभग इतने ही शिक्षकों के लिए वैक्सीन लेकर आएं.

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, फाइल फोटो/एएनआई

नई दिल्ली: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को केंद्र से कहा कि विद्यार्थियों का टीकाकरण करने से पहले 12वीं की बोर्ड परीक्षा कराना बड़ी भूल साबित होगी.

सिसोदिया ने यह सुझाव शिक्षा मंत्रालय द्वारा बुलाई गई उच्च स्तरीय बैठक में दी, जो खबर लिखे जाने तक चल रही थी.

उन्होंने ट्वीट किया, ‘केंद्र सरकार के साथ मीटिंग में आज मांग रखी कि परीक्षा से पहले 12वीं के सभी बच्चों के लिए वैक्सीन की व्यवस्था करें. बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ कर परीक्षा का आयोजन करवाने की ज़िद बहुत बड़ी गलती और नासमझी साबित होगी.’

सिसोदिया ने कहा, ‘12वीं में पढ़ने वाले लगभग 95% विद्यार्थी 17.5 साल से अधिक आयु के हैं. केंद्र सरकार हेल्थ एक्सपर्ट्स से बात करे कि 18+ आयुवर्ग को दी जाने वाली वैक्सीन क्या 12वीं में पढ़ने वाले 17.5 साल के विद्यार्थियों को दी जा सकती है.’

उन्होंने ट्वीट किया, ‘केंद्र सरकार की प्राथमिकता वैक्सीनेशन होनी चाहिए. केंद्र सरकार या तो फाइजर से बात कर देश भर में 12वीं क्लास के सभी 1.4 करोड़ बच्चों और स्कूलों में, लगभग इतने ही शिक्षकों के लिए वैक्सीन लेकर आएं.’

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गौरतलब है कि इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह कर रहे हैं.

माना जा रहा है कि सरकार 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा पर अंतिम निर्णय ले सकती है, जो कोरोनावायरस की दूसरी महामारी की वजह से स्थगित कर दी गई थी.


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