पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आनंद बोस आखिरकार बीजेपी नेताओं के सामने झुक गए हैं. वे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ उनके सौहार्दपूर्ण संबंधों से खफा थे. विश्वविद्यालयों में अंतरिम वीसी की नियुक्ति ने उन्हें अपनी सरकार के साथ टकराव के रास्ते पर खड़ा कर दिया है. राजनीतिक उपयोगिता तेजी से राज्यपालों के संवैधानिक कर्तव्यों को पुनर्परिभाषित कर रही है.
आनंद बोस आखिरकार BJP के पाले में आ गए, राजनीति राज्यपालों के संवैधानिक कर्तव्यों को पुनर्परिभाषित करती है
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