होम 50 शब्दों में मत लोकतंत्र के लिए असहमति का अधिकार बेहद जरूरी, सुप्रीम कोर्ट को भी...

लोकतंत्र के लिए असहमति का अधिकार बेहद जरूरी, सुप्रीम कोर्ट को भी इस बात को समझना चाहिए

दिप्रिंट का महत्वपूर्ण मामलों पर सबसे तेज नज़रिया.

दिप्रिंट का 50 शब्दों में मत.

वकील प्रशांत भूषण को सुप्रीम कोर्ट द्वारा मौजूदा मुख्य न्यायाधीश और भूतपूर्व मुख्य न्यायाधीश पर ट्वीट्स को लेकर अवमानना का नोटिस भेजा जाना गैर-वाजिब है. महान जजों के कंधे इतने तो मज़बूत होने ही चाहिए कि वो आलोचना को सह सकें. लोकतंत्र के लिए असहमति का अधिकार बेहद जरूरी है. शीर्ष अदालत को भी इस बात को समझना चाहिए.

भारत को कोविड पर एकजुट हमले की जरूरत है, केंद्र को दोबारा इसे नीचे लाने की लड़ाई अपने हाथ में लेनी चाहिए 

भारत के लगातार बढ़ रहे कोविड संक्रमण और मौतें चेतावनी हैं. राज्यों के अलग-अलग डाटा से पता चलता है कि भारत ने कोरोनोवायरस पर एकजुट हमला नहीं किया है. कुछ राज्यों में भी गफलत हुई है. भारत को और अधिक टेस्ट की जरूरत है और केंद्र सरकार को फिर से इसे नीचे लाने की लड़ाई को अपने हाथ में लेना चाहिए.

 

 

Exit mobile version