कन्नड़ अभिनेता चेतन कुमार द्वारा हिजाब मामले की सुनवाई करने वाले जज की क्षमता पर सवाल उठाना सही हो भी सकता है और नहीं भी. पुलिस के लिए उसे उसके सवालों के लिए गिरफ्तार करने का समर्थन नहीं किया जा सकता. अवमानना को लेकर न्यायपालिका के पास पर्याप्त शक्तियां और प्रक्रिया है. पुलिसकर्मी ही अगर जज की भूमिका निभाने लगे तो ये पुलिस राज जैसा हो जाएगा, जो कि बिल्कुल भी ठीक नहीं है.
चेतन कुमार को गिरफ्तार करने वाली पुलिस का समर्थन नहीं किया जा सकता, अवमानना का फैसला न्यायपालिका को करने दें
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