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चिन्मयानंद पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की टिप्पणी अनपेक्षित है, कोर्ट मामले में पक्षपात को बाध्य

दिप्रिंट का महत्वपूर्ण मामलों पर सबसे तेज नज़रिया.

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दिप्रिंट का 50 शब्दों में सबसे तेज़ नज़रिया.

भाजपा नेता और शाहजहांपुर आश्रम के मालिक चिन्मयानंद को जमानत देते समय इलाहाबाद उच्च न्यायालय की टिप्पणियां असामान्य, अनुचित और दुर्भाग्यपूर्ण हैं. ‘मुकदमे की सुनवाई पूरी होने से पहले ही, दोनों पक्षों को एक-दूसरे का इस्तेमाल करने जैसी बातें कहना और निष्कर्ष निकालना मामले की कार्यवाही को रोकने और शिकायतकर्ता को हतोत्साहित करने के लिए बाध्य करता है.

विदेश जाने वाले छात्रों पर 5 प्रतिशत के कर का बोझ नहीं होना चाहिए, सरकार को उन्हें छूट देनी चाहिए

बजट में ओवरसीज रेमिटेंस पर 5 प्रतिशत कर लगाने का प्रस्ताव अतार्किक है और इससे विदेश जाने वाले छात्रों को अध्ययन के लिए अनावश्यक परेशानी होगी. मोदी सरकार को प्रस्ताव से छात्रों को छूट देनी चाहिए, जो लागत और कागजी कार्रवाई को बढ़ाएगा और एक साल के लिए उनकी नकदी को रोकेगा.

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