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पाकिस्तान भले ही फिर से एफएटीएफ ब्लैकलिस्ट से बच गया, लेकिन यह भारत की हार नहीं

दिप्रिंट का महत्वपूर्ण मामलों पर सबसे तेज नज़रिया.

दिप्रिंट का 50 शब्दों में मत.

पाकिस्तान, जैसा कि अपेक्षित था, एफएटीएफ द्वारा ब्लैक लिस्टेड होने से बच गया लेकिन यह भारत के लिए हार नहीं है. नई दिल्ली के प्रयासों ने इस्लामाबाद पर आतंकवादियों को समर्थन देने से रोकने के लिए मजबूत और निरंतर दबाव सुनिश्चित किया है. यह अगले एफएटीएफ की फरवरी की समय सीमा तक जारी रहना चाहिए और पाकिस्तान पर मजबूत पकड़ बनाए रखना चाहिए.

एनआरसी कोऑर्डिनेटर हजेला का स्थानांतरण दिखाता है कि यह पूरी प्रक्रिया कितनी विकृत है

एनआरसी कोऑर्डिनेटर प्रतीक हजेला का असम से बाहर स्थानांतरण करने का फैसला इस बात को साबित करता है कि नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस की अंतिम सूची कितना भयानक रूप ले चुकी है. हजेला को जान से मारने की धमकी भी मिल रही थी. जिस तरह से प्रक्रिया को पूरा किया गया उसने जनजातीय लोगों की संतुष्टि के लिए था लेकिन ऐसा हुआ नहीं. हजेला ने इस पूरी प्रक्रिया को अराजनैतिक और प्रोफेशनल तरीके से पूरा किया. इसके लिए उनकी प्रशंसा की जानी चाहिए.

मोदी सरकार का ई-कामर्स फर्म्स द्वारा त्योहारी मौसम में छूट देने पर जांच करने का कदम एंटी-कंज़्यूमर है

ई-कॉमर्स कंपनियों का त्योहारी मौसम में सामानों पर छूट देने पर मोदी सरकार का कार्रवाई का फैसला गलत है. यह पूरी तरह से एंटी-कंज़्यूमर है. ये उन दिनों की ओर ले जाएग जब सामानों की कीमत पर प्रशासनिक नियंत्रण रहता था. ऐसा कदम सुधारों की प्रक्रिया को काफी पीछे कर देगा.

 

 

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