भारत में कोरोनवायरस के दो नए मामले सामने आए हैं, इसलिए अधिकारियों को घबराहट पैदा किए बिना सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल को रोकने के लिए तुरंत और प्रभावी ढंग से कार्य करने की जरूरत है. सरकार दंगों, कानून प्रवर्तन और राजनीति से विचलित होने का जोखिम नहीं उठा सकती. पूरी तैयारी भरा माहौल बनाने पर ध्यान देना चाहिए.
भारत को तुरंत ही कोरोनावायरस से निपटना होगा, दंगों की राजनीति में उसे नहीं उलझना चाहिए
दिप्रिंट का महत्वपूर्ण मामलों पर सबसे तेज नज़रिया.
सोमवार को जिला अस्पताल में दोनों परिवारों के 13 सदस्यों के सैंपल कोरोना की जांच के लिए लखनऊ भेजे गए. इसमें पांच बच्चे भी शामिल हैं. दो संदिग्ध जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराए गए हैं. उनके साथ दिल्ली से गए रिश्तेदार में कोरोना की पुष्टि हो गई है. वह दिल्ली में भर्ती है. वहीं इसमें 6 मरीजों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है . इन 6 लोगों को दिल्ली इलाज के लिए भेजा गया है. 13 लोगों के सैंपल क्रॉस चेकिंग के लिए दोबारा लखनऊ भेजे गए हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए आगरा में आने वाले पर्यटकों पर भी नजर रख रहा है