होम 50 शब्दों में मत दिल्ली में रेस्तरां खुल रहे हैं लेकिन पार्क बंद हैं, ये बेतुका...

दिल्ली में रेस्तरां खुल रहे हैं लेकिन पार्क बंद हैं, ये बेतुका है- आउटडोर्स ज्यादा सुरक्षित हैं

दिप्रिंट का 50 शब्दों में सबसे तेज़ नज़रिया.

दिप्रिंट का 50 शब्दों में मत.

दिल्ली में लगभग सभी गतिविधियां शुरू हो गई हैं, जिसमें आधी क्षमता के साथ रेस्तरां भी शामिल हैं लेकिन सार्वजनिक पार्कों को बंद रखना ठीक नहीं है. बंद जगहों के मुकाबले खुली जगहें ज्यादा सुरक्षित है. हर किसी को, खासकर बच्चों के लिए बाहरी गतिविधियां जरूरी है. भीड़-भाड़ वाले शहरों में लोगों के अपने बगीचे नहीं हैं, सरकारी आवासों को छोड़ दें तो. इसे बदला जाना चाहिए.

Exit mobile version