कर्नाटक में जेडी(एस)-कांग्रेस का गठबंधन पहले दिन से ही अस्वाभाविक गठबंधन था. आम चुनावों में उनकी हार उस तथ्य को दर्शाती है. भाजपा का विधायकों को खरीदने का प्रयास जारी रखना और उनकी राजनीतिक पैंतरेबाज़ी केवल शासन को नुकसान पहुंचा रही है. कांग्रेस-जेडीएस को बेमेल गठबंधन को ख़त्म करना चाहिए और विधानसभा को भंग करना चाहिए साथ ही नए सिरे से वोट मांगना चाहिए.
कर्नाटक को शासन की ज़रूरत हैं, कांग्रेस-जेडीएस को विधानसभा भंग कर नए सिरे से वोट मांगना चाहिए
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मोदी, शाह की राजनीति में नैतिकता के लिए कोई जगह नहीँ है। सत्ता हथियाने के लिए ये किसी भी स्तर तक गिर सकते हैं।
कांग्रेस और JD(S) को विधान सभा भंग कर एकजुटता से पुनः चुनावी समर में जा कर जनादेश लेने का प्रयास करना चाहिए।