शीर्ष अमेरिकी सीनेटर रॉबर्ट मेनेनडेज़ भले ही भारत पर लोकतांत्रिक मूल्यों और मानवाधिकारों को लेकर दबाव बनाकर ध्यान खींचने की कोशिश कर रहे हों लेकिन यह भारत-अमेरिकी संबंध के नए आयामों को भी दिखाता है. दोस्त एक दूसरे से बातचीत करते हैं, चिंताओं को साझा करते हैं और सकारात्मक प्रभाव डालते हैं. भारत को इसे इसी रूप में देखना चाहिए.
अमेरिकी सीनेटर की लोकतांत्रिक मूल्यों को लेकर दबाव भारत को दोस्तों के बीच बातचीत की तरह लेना चाहिए
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