होम 2019 लोकसभा चुनाव 2004 याद करें, वाजपेयी भी हारे थे मोदी भी हारेंगे: सोनिया गांधी

2004 याद करें, वाजपेयी भी हारे थे मोदी भी हारेंगे: सोनिया गांधी

सोनिया गांधी ने पांचवीं बार रायबरेली सीट से नामांकन दाखिल किया. खराब स्वास्थ्य के चलते सोनिया गांधी ने खुले ट्रक के बजाय गाड़ी से रोड शो किया.

Soniya Gandhi filing nomination from raebareli
सोनिया गांधी के नामांकन के दौरान उनके साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा, रॉबर्ट वाड्रा और उनके बच्चे मौजूद रहे | प्रशांत श्रीवास्तव

रायबरेली: रायबरेली में नामांकन दाखिल करने पहुंचीं यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने कहा, ‘2004 का चुनाव याद करना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अजेय नही हैं. हम उन्हें हरा देंगे. 2004 लोकसभा चुनाव के वक्त भी तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के जीतने की बातें की जा रही थीं लेकिन सरकार कांग्रेस ने बनाई थी. ऐसा ही अबकी फिर होगा.’

बता दें कि सोनिया गांधी ने पांचवीं बार रायबरेली सीट से नामांकन दाखिल किया है. इस मौके पर उनके साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा, रॉबर्ट वाड्रा व उनके बच्चे मौजूद रहे. नामांकन के लिए निकलने से पहले सोनिया गांधी ने कांग्रेस मुख्यालय पर हवन-पूजन किया. इसके बाद कलेक्ट्रेट तक रोड शो किया गया.

नामांकन से पहले हवन-पूजन करती यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, साथ में बेटी प्रियंका गांधी और अन्य | प्रशांत श्रीवास्तव

वहीं राहुल गांधी ने राफेल मुद्दे पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट के बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि चौकीदार ने चोरी की. पीएम मोदी ने देश की गरीब जनता का पैसा अपने उद्योगपति दोस्त को दे दिया.

ट्रक के बजाए गाड़ी से रोड शो किया.

खराब स्वास्थ्य के चलते सोनिया गांधी ने खुले ट्रक के बजाय गाड़ी से रोड शो किया. इस दौरान उन्होंने बीच-बीच में बाहर निकालकर कार्यकर्ताओं की तरफ हाथ भी हिलाया. रोड शो के दौरान सड़कोंं पर कांग्रेस समर्थकों का भारी हुजूम उमड़ आया. लोग हाथों में कांग्रेस के झंडे के साथ, ‘न्याय योजना’ के प्रचार की टी-शर्ट और राफेल के लिए काले झंडे भी लिए हुए थे. लगभग 700 मीटर के रास्ते पर रोड शो करते हुए सोनिया गांधी कलेक्ट्रेट पहुंचीं और नामांकन पर्चा भरा.

रायबरेली में उमड़े इस जनसैलाब में सोनिया गांधी के समर्थक पार्टी के झंडे के अलावा दो अलग-अलग रंग के झंडों के साथ नज़र आए. रोड शो में एक नीले रंग का झंडा लहराया गया तो दूसरा काले रंग का. नीले रंग के झंडे के जरिए कांग्रेसी कार्यकर्ता ‘न्याय’ स्कीम को बतला रहे थे तो वहीं काले रंग के झंडे से राफेल के खिलाफ आवाज बुलंद की.

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