होम 2019 लोकसभा चुनाव शाह-मोदी का जलवा गुजरात में बरकरार, फिर से क्लीन स्वीप

शाह-मोदी का जलवा गुजरात में बरकरार, फिर से क्लीन स्वीप

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने गुजरात की गांधीनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा है. गांधीनगर सीट भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का गढ़ रह चुका है.

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भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की फाइल फोटो । ट्विटर

नई दिल्ली: 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने गुजरात की 26 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की है. गांधीनगर से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह कांग्रेस प्रत्याशी से करीब 5 लाख वोटों से जीते हैं. कहा जा रहा है कि ये रिकॉर्ड अपने आप में ऐतिहासिक है. अमित शाह को 8,89,925 को वोट मिले तो कांग्रेस के उम्मीदवार को 3,34,082 हासिल हुए. अहमदाबाद की दोनों लोकसभा सीटों से भी भाजपा के उम्मीदवार भारी वोटों से जीते.

पिछले चुनाव पर एक नजर

2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने गुजरात की सभी 26 संसदीय सीटें जीती थीं. गुजरात के ही विकास मॉडल के तर्ज पर देश ने मोदी पर विश्वास जताया था और उन्होंने 2014 में परचम लहराया था. एग्ज़िट पोल्स ने बताया था कि भाजपा को 20-24 सीटें मिल रही हैं तो कांग्रेस को 0-4 सीटें. 23 अप्रैल को हुए मतदान में करीब 64 फीसदी मतदान हुआ. जो कि 2014 से ज्यादा रहा. इस राज्य में सीधी लड़ाई कांग्रेस और भाजपा के बीच रही है. विधानसभा में अच्छा करने के बाद कांग्रेस को यहां से ज्यादा सीटें मिलने की उम्मीदें हैं.

अमित शाह समेत पूर्व मुख्यमंत्रियों की साख दांव पर 

इस बार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने गुजरात की गांधीनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा है. गांधीनगर सीट भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का गढ़ रह चुका है. पीएम मोदी की कर्मभूमि होने की वजह से इस राज्य पर निगाहें टिकी रहेंगी.

भाजपा ने इस बार दस मौजूदा सांसदों को दोबारा मैदान में उतारा है. गांधीनगर के बाद अमरेली हॉट सीट है. कांग्रेस ने आणंद लोकसभा सीट से पूर्व सीएम माधवसिंह सोलंकी के बेटे भरतसिंह सोलंकी को टिकट दिया है. भरत सिंह इस सीट से 2004 और 2009 में दो बार सांसद भी रह चुके हैं. बारडोली लोकसभा सीट पूर्व मुख्यमंत्री अमरसिंह चौधरी के बेटे तुषार चौधरी चुनाव लड़ रहे हैं.

विधानसभा में कांग्रेस ने दी थी कड़ी टक्कर

2017 में हुए गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान तीन युवा नेता हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवाणी निकले थे. इन तीनों नेताओं ने भाजपा के खिलाफ जमकर प्रचार किया था.182 सीटों वाली विधानसभा में भाजपा को बहुमत मिला था. लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में जीती सीटों(115) के मुकाबले सीटें(99) कम जीत पाई.

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