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दिल्ली: मनोज तिवारी के लोकसभा क्षेत्र का एक इलाका जहां विकास न होने से टूट रहीं शादियां

अगर यहां के लोगों की मानें तो सड़क जैसी बेहद मूलभूत चीज़ की वजह से इस इलाके में लोगों और ख़ासतौर पर लड़कियों की शादियां टूट रही हैं.

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मुस्तफाबाद का बदहाल इलाका | दिप्रिंट

नई दिल्ली: अभी 27 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक टीवी पर आए और बड़ी घोषणा कर दी. घोषणा में उन्होंने बताया कि भारत ने एंटी सेटेलाइट मिसाइल (ए-सैट) से अपने ही एक सेटेलाइट को मार गिराया. घोषणा के बाद इंटरनेट पर इसे अंतरिक्ष में भारत का सर्जिकल स्ट्राइक बताया जाने लगा और ये भी कहा जाने लगा कि भारत के विकास की धमक अब अंतरिक्ष तक पहुंच गई है. अब जब भारत के विकास की धमक अंतरिक्ष तक पहुंच गई है तो दिप्रिंट ज़मीनी हकीकत जानने के लिए दिल्ली के आस-पास के इलाकों में पहुंचा जहां विकास की ‘अनोखी तस्वीर’ नज़र आई. अनोखी इसलिए क्योंकि एक इलाका ऐसा भी मिला जहां विकास नहीं होने की वजह से लोगों की शादियां टूट रही हैं.

किसी बुरे सपने से कम नहीं ‘मेन ब्रिज पुरी रोड’

दिल्ली में मुस्तफाबाद नाम का एक इलाका है. दिप्रिंट जब इस इलाके में पहुंचा तो पहले पहल तो लगा ही नहीं कि ये देश की राजधानी का ही कोई हिस्सा है. दरअसल, मुस्तफाबाद की एक मुख्य सड़क है जिसे ‘मेन ब्रिज पुरी रोड’ कहते हैं. जब दिप्रिंट की गाड़ी इस सड़क से गुज़री तो कुछ देर चलने के बाद आधी सड़क गायब हो गई. यानी जिस सड़क पर गाड़ी चल रही थी उसका एक हिस्सा उजड़ा हुआ था और इसकी वजह से बने गड्ढों में नाले का पानी भरा हुआ मिला.

इलाके की हर गली में भरा है नाली का पानी

आलम ये था कि जिस सड़क को आसानी से कुछ मिनटों में पार किया जा सकता है उस सड़क के आधे से कम सफर को तय करने में आधे घंटे से ज़्यादा का समय लगा. इलाके के बीच पहुंचने में सिर्फ मशक्कत ही नहीं करनी पड़ी बल्कि जो नज़र आ रहा था वो आश्चर्यजनक था. दरअसल, इस जगह की लगभग हर गली में भयानक तरीके से नाले का पानी बजबजा रहा था. इसकी वजह से स्कूली बच्चों से लेकर महिलाओं और पुरुषों तक को इनसे होकर गुज़रना पड़ रहा था. यही नहीं, यहां की दवा की दुकान से लेकर लोगों के घर तक नाली के पानी की गिरफ्त में है.

‘5 साल में एक बार नहीं आए मनोज तिवारी और जगदीश प्रधान’

यहां के लोगों ने जब कैमरा देखा तो उनकी भावनाएं उनके बस में नहीं रहीं. दिप्रिंट से बातचीत में उन्होंने बताया कि पिछले दो सालों से सड़क का लगभग यही हाल है और हर बीतते दिन के साथ स्थिति बदतर होती जा रही है. मुस्तफाबाद में रहने वालों ने कहा कि पिछले पांच सालों में न तो सांसद मनोज तिवारी और न ही विधायक जगदीश प्रधान, कोई उनके बीच एक बार भी नहीं आया. मनोज तिवारी उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद हैं और मुस्तफाबाद इसी लोकसभा क्षेत्र में आता है. वहीं, जगदीश प्रधान मुस्तफाबाद के विधायक हैं.

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‘नहीं पहुंचा शिक्षा मंत्री सिसौदिया का भी विकास’

खस्तहाल सड़क की मार से जूझ रहे लोगों ने कहा कि जितनी सड़क बनी है उसके बनने में भी घोटाला हुआ है. वहीं, उन्होंने बताया कि दिल्ली में अरविंद केजरीवल की सरकार के शिक्षा मंत्री मनीष सिसौदिया भले ही बड़े-बड़े दावे करें, लेकिन मुस्तफाबाद के लोग अब भी अपने बच्चों को मूलभूत शिक्षा देने को मुहाल हैं. स्थानीय लोगों ने कहा कि उनके इलाके के सरकारी स्कूलों में अभी भी टीन की छत है और कोई उनकी सुध लेने वाला नहीं है.

दो मिनट के रास्ते में लगता है आधे घंटे का समय

वहीं के स्थानीय व्यक्ति राशिद अली ने कहा, ‘ये सड़क पांच साल बाद बनी तब जाकर थोड़ी राहत मिली है.’ लेकिन बनी हुई सड़क से भी वापसी के दौरान दो से पांच मिनट के रास्ते को पार करने में दिप्रिंट को आधे घंटे से ज़्यादा का समय लगा. अली कहते हैं कि सड़क का टेंडर आठ-नौ महीने पहले हुआ था और तीन महीने में सड़क बन कर तैयार होनी थी. लेकिन अब तक काम अटका पड़ा है.

‘बंगले वाली काउंसलर परवीन बेगम नहीं लेतीं लोगों की सुध’

बिट्टू नाम के एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा कि इलाके की काउंसलर परवीन बेगम ख़ुद बंगले में रहती हैं. लेकिन कभी भी लोगों की सुध नहीं लीं. एक और स्ठानीय व्यक्ति ने कहा कि ओला-उबर वाले इलाके में आने के लिए मना कर देते हैं क्योंकि यहां बहुत जाम होता है. व्यक्ति ने कहा कि नालियों का पानी सड़क पर है और ये भी एक कारण है कि ओल-उबर वाले आने से मना कर देते हैं. लोगों ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) पर भी एक भी काम न करने का आरोप लगाया.

इलाके के विधायक व नगर निगम पर तंज कसने के लिए नाले में लगाया गया एक बैनर | दिप्रिंट

‘ख़राब सड़क की वजह से टूट रही हैं शादियां’

स्थानीय लोगों ने जगह की ऐसी हालत की वजह से जो बातें कहीं उन पर यकीन करना मुश्किल था. 2019 के मार्च के आख़िरी हफ्ते में अतंरिक्ष में इतनी बड़ी छलांग लगाने वाले भारत की राजधानी का एक इलाका ऐसा भी है. अगर यहां के लोगों की मानें तो सड़क जैसी बेहद मूलभूत चीज़ की वजह से इस इलाके में लोगों और ख़ासतौर पर लड़कियों की शादियां टूट रही हैं. आपबीती बताते हुए स्थानीय लोगों ने कहा कि जो एक बार यहां आता है वो कहता है कि जब सड़क ठीक हो जाए तो बता देना.

ये कहानी देश के किसी ऐसे राज्य की नहीं जिसकी गिनती पिछड़े राज्यों में होती है. ये कहानी देश की राजधानी दिल्ली की है. सबसे ज़्यादा ग़ौर करने लायक बता ये है कि यहां के सांसद कोई और नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी हैं. आपको याद होगा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछला चुनाव विकास और अच्छे दिन के मुद्दे पर लड़ा था. ऐसे में जब उनके दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष के एक इलाके का ये हाल है तो बाकी देश में कैसा विकास हुआ होगा?

इस इलाके के लोगों ने मनोज तिवारी से लेकर मनीष सिसौदिया पर जो आरोप लगाए उन आरोपों के सिलसिले में दिप्रिंट ने इन नेताओं से बात करने की कोशिश की. लेकिन उन्होंने न तो मैसेज का जवाब दिया और न ही फोन कॉल का. अगर उनका जवाब मिलता है तो इस स्टोरी को अपडेट किया जाएगा.

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