होम 2019 लोकसभा चुनाव फर्स्ट टाइम वोटर्स को लुभाने में जुटे कलेक्टर, निकाला नायाब तरीका

फर्स्ट टाइम वोटर्स को लुभाने में जुटे कलेक्टर, निकाला नायाब तरीका

गुजरात में 23 अप्रैल को राज्य की 26 सीटों पर मतदान है. अहमदाबाद के कलेक्टर विक्रांत को पूरी उम्मीद है कि उनकी यह कोशिश कामयाब होगी.

vikrant pandey
अहमदाबाद के कलेक्टर विक्रांत पांडे पोस्टकार्ड के माध्यम से वोट देने की अपील करते हुए | ट्विटर

नई दिल्ली: देश में लोकसभा चुनाव शुरू हो चुके हैं. सात चरणों में होने वाले इस चुनाव में पहले दौर का चुनाव 11 अप्रैल को संपन्न हुआ. लोगों में मतदान करने की जागरूकता फैलाने को लेकर चुनाव आयोग हरसंभव कोशिश कर रहा है. ऐसे में गुजरात के अहमदाबाद शहर के एक कलेक्टर ने वहां से पहली बार वोट डालने जा रहे लोगों को आकर्षित करने के लिए एक नायाब तरीका निकाला है. दरअसल, अहमदाबाद के एक कलेक्टर हैं विक्रांत पांडे. उन्होंने सोमवार को पहली बार मतदान करने जा रहे मतदाताओं को पोस्ट कार्ड (पत्र) से वोट देने की अपील का संदेश भेजा है. इन मतदाताओं की कुल संख्या लगभग एक लाख एक हजार है.

लोगों को वोट कराने के लिए हरसंभव प्रयास

गुजरात में 2017 में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद, 2019 लोकसभा चुनाव के लिए सबसे ज्यादा नए वोटर्स अहमदाबद में पंजीकृत हुए हैं. नए आंकड़े के अनुसार गुजरात में पहली बार वोट करने वाले मतदाताओं की संख्या 7.38 लाख है. वहीं गुजरात में सबसे ज्यादा वोटर्स अहमदाबाद में है. इनको प्रेरित करने के लिए वहां के कलेक्टर ने पोस्टकार्ड के माध्यम से लोगों के बीच संदेश भेजा है.

दिप्रिंट से बातचीत में अहमदाबाद के कलेक्टर विक्रांत पांडे बताते हैं, ‘हमारे पास पहली बार वोट करने जा रहे मतदाताओं का पता था. हमने सोचा क्यों न सबको एक संदेश के माध्यम से अपील की जाए. जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों इस प्रक्रिया से जुड़ें.’


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पांडे ने बताया कि उन्होंने डाक विभाग की मदद से सभी पतों पर संदेश भेजा है. उम्मीद है कि सभी वोटर्स तक हमारे द्वारा भेजे गए पत्र पहुंच गए होंगे. विक्रांत पांडे ने इस डिजिटल युग में पोस्टकार्ड जैसे विकल्प को प्रयोग में लाया है. इस बाबत जब हमने पूछा तो वो कहते हैं, ‘पोस्टकार्ड का इस्तेमाल करने के पीछे का तर्क पुरानी चीजों को पुनर्जीवित करना है. ये उन्हें पुराने दौर में ले जाएगा, जिससे लोग कनेक्ट होंगे.’

वह आगे बताते हैं कि इसके लिए उन्होंने लगभग 10 हज़ार लोगों की मदद ली. ये लोग बिना किसी मापदंड के चुने गए थे. इसमें शिक्षक, डॉक्टर, अधिवक्ता से लेकर सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल थे.

किस तरह के संदेश भेजे गए

पहली बार वोट करने वाले लोगों को जागरूक करने के लिए पोस्टकार्ड द्वारा भेजे संदेश रोचक रखे गए. करीब सात दिनों में पूरी हुई इस प्रक्रिया में हर वर्ग के लोगों ने संदेश भेजा है. विक्रांत बताते हैं, ‘पोस्टकार्ड से संदेश भेजने की प्रक्रिया में 100 साल के लोगों ने भी अपने अनुभव साझा किए हैं. उन्होंने बताया कि मतदान करना क्यों जरूरी है. इसके अलावा किसी ने चित्र बनाकर तो किसी ने मार्मिक संदेश भेजकर वोट करने की ताकत बताई.’

इसके अलावा पोस्टकार्ड पर ‘वट से वोट दीजिए’ संदेश लिखकर भेजा गया है. इसका मतलब है गर्व से करें वोट.इस प्रक्रिया को किसी भी तरह की राजनीतिक से दूर रखा गया है. पांडे बताते हैं कि उन्होंने संदेश भेजने वाले लोगों से अपील की है कि कोई राजनीतिक संदेश न भेजे जाएं.

‘हमने हर पत्र का निरक्षण किया है. अगर कहीं कोई संदेश राजनीतिक भावना से जुड़ा मिला तो हम उसे भेजने नहीं देंगे.’

कौन हैं विक्रांत पांडे

अहमदाबाद के कलेक्टर विक्रांत पांडे मूलत: राजस्थान के झालवाड़ जिले से आते हैं. गांव के सरकारी स्कूल से पढ़कर निकले विक्रांत, जोधपुर मेडिकल कॉलेज के टॉपर छात्र रहे हैं. वह अपने पहले ही प्रयास में आईएएस परीक्षा में चयनित हो गए थे. उन्होंने आदिवासी बहुल वलसाड जिले में बतौर कलेक्टर रहते हुए भूमिहीन आदिवासियों को उनका हक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनके काम को देखते हुए 2015 में उन्हें प्रधानमंत्री एक्सिलेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया था.


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आगे की योजना   

पोस्टकार्ड भेजने के अलावा अहमदाबाद में वोटरों को वोट डालने के लिए आकर्षित करने के लिए और भी कई तरह के उपाय किए जा रहे हैं. इस रविवार को ‘रन फॉर वोट’ रैली आयोजित होने जा रही है. इस बाबत वह कहते हैं, ‘यह बड़े स्तर पर आयोजित किया जाने वाले मैराथन है. इसमें हम एसएमएस के माध्यम से पहली बार वोट डालने जा रहे युवाओं को भाग लेने के लिए संदेश भेजेंगे.’

गुजरात में 23 अप्रैल को राज्य की 26 सीटों पर मतदान है. अहमदाबाद के कलेक्टर विक्रांत को पूरी उम्मीद है कि उनकी यह कोशिश कामयाब होगी और ज्यादा से ज्यादा लोग मतदान में भाग लेंगे.

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