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Saturday, 20 April, 2024
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यूएन मीटिंग में यूक्रेन ने सेना को तुरंत हटाए जाने की मांग की, कहा- बातचीत के लिए एक साथ आए रूस

अमेरिका ने राष्ट्रपति पुतिन द्वारा डोनेत्स्क और लुहांस्क क्षेत्र की स्वतंत्रता को मान्यता दिए जाने के फैसले की आलोचना की है. अमेरिका ने कहा कि यह मिन्स्क एग्रीमेंट के अंतर्गत किए गए वादे का उल्लंघन है.

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न्यूयॉर्कः रूस द्वारा डोनेट्स्क और लुहांस्क क्षेत्रों को मान्यता दिए जाने के बाद यूक्रेन ने इसकी आलोचना करते हुए मंगलवार को मॉस्को से बातचीत करने के लिए एक साथ आने की अपील की और रूसी सेना को तुरंत वापस बुलाए जाने की मांग की.

रूस ने डोनेट्स्क और लुहांस्क को अलग क्षेत्रों के रूप में मान्यता दे दी है. रूस के राष्ट्रपति द्वारा उठाए गए इस कदम से क्षेत्र में और भी ज्यादा तनाव बढ़ गया है.

यूक्रेन पर एक इमरजेंसी मीटिंग के दौरान यूएन में यूक्रेन के प्रतिनिधि सर्गेई किसलित्सिया ने कहा, ‘हमारी मांग है कि रूस इस मामले में बात करे. हम यूक्रेन के क्षेत्र में और भी सेना को तैनात करने की आलोचना करते हैं. हम रूसी सेना की वहां से तुरंत वापसी की मांग करते हैं.’

आगे उन्होंने कहा, ‘आज यूएन के हर सदस्य पर आक्रमण हुआ है, उस देश द्वारा जिसने 1991 में यूएन के चार्टर को बाईपास करके सिक्युरिटी काउंसिल की सदस्यता ले ली थी. देश ने साल 2014 में यूक्रेन कई क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया था.’

उन्होंने कहा, ‘वे अपने कृत्यों से बाज़ नहीं आ रहे हैं. हम राजनीतिक और कूटनीतिक तौर पर मामले को सुलझाने के लिए तैयार हैं. हम किसी भी तरह के उकसावे में नहीं आएंगे.’

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बता दें कि अमेरिका ने राष्ट्रपति पुतिन द्वारा डोनेत्स्क और लुहांस्क क्षेत्र की स्वतंत्रता को मान्यता दिए जाने के फैसले की आलोचना की है. अमेरिका ने कहा कि यह मिन्स्क एग्रीमेंट के अंतर्गत किए गए वादे का उल्लंघन है.

यूएन में अमेरिका की प्रतिनिधि लिंडा थॉमस ने कहा, ‘रूस का यूक्रेन के क्षेत्रों पर हमला किसी उकसावे का परिणाम नहीं है. यह यूक्रेन के यूएन के मेंबर के रूप में उसके स्टेटस पर हमला है. यह अंतर्राष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन है.’

बता दें कि पूर्वी यूक्रेन में लगातार बढ़ती शेलिंग के बीच बॉर्डर एरिया में रूस की सेना की तैनाती बढ़ती जा रही है. इस बीच रूस ने कहा है कि वह डिप्लोमेटिक सोल्यूशन के लिए रूस तैयार है.

यूएन चीफ एंटोनियो गुटारेस ने डोनेत्स्क और लुहांस्क एरिया में स्टेटस को लेकर रूस के फैसले पर चिंता जताई है. उन्होंने कहा पूर्वी यूक्रेन में मिन्स्क एग्रीमेंट के तहत मामले को हल करने की अपील की.


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