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Friday, 29 March, 2024
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श्रीलंका में ईस्टर संडे पर 8 जगह धमाकों में 192 की मौत, 450 लोग घायल, 7 गिरफ्तार

यह धमाका तब हुआ जब ईस्टर संडे पर लोग प्रार्थना के लिए एकत्रित हुए थे. अभी तक हमले की किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है.

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कोलंबोः श्रीलंका की राजधानी कोलंबो सहित देश के अलग-अलग हिस्सों में रविवार को 8 जगहों पर धमाके हुए. स्थानीय अधिकारियों ने पीटीआई को बताया है कि कम से कम 185 लोगों के मारे जाने और 450 लोगों के घायल होने की सूचना है. यह धमाका तब हुआ जब ईस्टर संडे पर लोग प्रार्थना के लिए चर्च और होटलों में एकत्रित हुए थे. श्रीलंका की सरकार ने पूरे देश में कर्फ्यू घोषित कर दिया है.

स्थानीय पुलिस अधिकारी रुवान गुनासेकेरा के अनुसार इन धमाके में लगभग 400 लोग घायल हुए हैं. श्रीलंका के स्थानीय समयानुसार यह धमाके 8ः45 के आस-पास हुए हैं. धमाकों से घायल लोगों को अस्पताल ले जाया जा रहा है. मौके पर राहत और बचाव कार्य जारी है. अभी तक हमले की किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है.

6 जगहों जिसमें तीन चर्च- कोलंबो की सेंट एंथोनीज चर्च, नेगोम्बो की वेस्टर्न कोस्टल टाउन स्थित सेबस्टियंस चर्च और ईस्टर्न टाउन की बट्टीकालोवा चर्च को निशाना बनाया गया है. वहीं तीन फाइव स्टार होटलों को निशाना बनाया गया है जिनमें- होटल संगरीला, द सिनामॉन ग्रैंड और द किंग्सबरी शामिल हैं.

नेगोम्बो के वेस्टर्न कोस्टल टाउन स्थित सेंट सेबास्टियंस चर्च की फेसबुक पोस्ट के अनुसार, ‘ हमारे चर्च में एक बम हमला हुआ है, कृपया आइए और मदद कीजिए.’

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सूत्रों के अनुसार इन धमाकों में इस्लामिक ग्रुप के शामिल होने की आशंका है. बताया जा रहा कि अभी और लोगों के मारे जाने की संभावना है. इसमें विदेशी पर्यटक भी शामिल हो सकते हैं.

एफे के मुताबिक, स्थानीय मीडिया में वायरल तस्वीरों में एक चर्च के अंदर का भयावह नजारा दिखा, जिसमें छत को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा नजर आ रहा है और मलबे के बीच चारों ओर शव बिखरे पड़े हुए हैं. बचाव दल के लोग बचे हुए लोगों को बेसब्री के साथ ढूंढ़ने में लगे हुए हैं. मंत्री ने कहा कि दुर्घटना के शिकार लोगों में कुछ विदेशी नागरिक भी हैं.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने स्थानीय न्यूज चैनलों पर प्रसारित एक विशेष संदेश में लोगों से शांत रहने और विस्फोट की तेजी से जांच के लिए अधिकारियों के साथ सहयोग करने का अनुरोध किया. सिरीसेना ने कहा, ‘मैं इस घटना से स्तब्ध और दुखी हूं. इन जघन्य कृत्यों के पीछे षड्यंत्रों का पता लगाने के लिए इसकी जांच शुरू कर दी गई है. शांत रहें और अफवाहों पर ध्यान नहीं दें.’ हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी ने ली नहीं है.

श्रीलंका में ईसाईयों की आबादी करीब 7 प्रतिशत है जबकि बौद्धों की आबादी लगभग 70 प्रतिशत है, जिसके बाद हिंदू और मुस्लिम आबादी हैं.

वहीं श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने एक ट्टवीट कर कहा कि उनकी सकरकार तत्काल प्रभाव से हालात से निपट रही है. ‘मैं हमारे नागरिकों पर किये गये इस कायराना हमले की कड़ी निंदा करता हूं.’ ‘मैं इस दर्दनाक घड़ी में सभी श्रीलंकाइयों से अपील करता हूं कि वे एकजुट और मजबूत बने रहें. कृपया बढ़ा-चढ़ाकर दिखाई जा रही अपुष्ट और काल्पिनक खबरों पर ध्यान न दें.’

श्रीलंका के आर्थिक सुधार मंत्री हर्षा डी सिल्वा ने कुछ घटनास्थलों का दौरा किया और इस घटना की भयावहता के बारे में बताया. समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, मंत्री के कहा, ‘भयावह दृश्य. मैंने चारों ओर बिखरे पड़े शरीर के कई क्षत-विक्षत हिस्सों को देखा. आपातकालीन कर्मचारी पूरे बल के साथ हर जगह हैं. हमने कई को अस्पताल पहुंचाया. आशा करता हूं कि कई लोगों की जान बच गई होगी.’

वहीं भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक पत्र जारी कर घटना की कड़ी निंद करते हुए लिखा है, ‘हम श्रीलंका के अलग-अलग हिस्सों में हुए कई विस्फोटों की कड़ी निंदा करते हैं. जिसमें ढेर सारे लोग मारे गये और घायल हुए हैं. हम पीड़ितों के परिवारों, वहां के लोगों और श्रीलंका की सरकार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं.

वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान के चित्तौड़ गढ़ में एक जनसभा के संबोधन के दौरान श्रीलंका के लोगों के प्रति मजूबूती से खड़ा होने और हरसंभव मदद की बात कही है.

पीएम नरेंद्र मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को फोन कर वहां मारे गये लोगों के प्रति अपनी और देश की तरफ से हार्दिक संवेदना जताई है. पीएम ने इसे बर्बर कृत्य बताते हुए पूरी मानवता के लिए आतंकवाद द्वारा पेश की गई गंभीर चुनौती कहा है.

(न्यूज एजेंसी आईएएनएस के इनपुट्स के साथ)

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