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Thursday, 18 April, 2024
होमविदेशस्कॉट मॉरिसन को कोविड : यह बड़ी बात है, पर वैसे नहीं जैसे आप सोचते हैं

स्कॉट मॉरिसन को कोविड : यह बड़ी बात है, पर वैसे नहीं जैसे आप सोचते हैं

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हसन वैली: एसोसिएट प्रोफेसर, महामारी विज्ञान, डीकिन यूनिवर्सिटी

मेलबर्न, तीन मार्च (द कन्वरसेशन) प्रधान मंत्री स्कॉट मॉरिसन के कोविड के चपेट में आने की खबर को मीडिया में ज्यादा तवज्जो नहीं मिली।

हालांकि इसमें दो राय नहीं हैं कि इन दिनों समाचारों में कई बड़ी घटनाएं हैं – यूक्रेन में युद्ध और ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी समुद्र तट पर बड़ी बाढ़ – मॉरिसन के कोविड के चपेट में आने की खबर को ज्यादा तवज्जो न मिल पाना इस बारे में बहुत कुछ कहता है कि हम अभी महामारी में कहां हैं।

यह वास्तविकता और ऑस्ट्रेलिया में कोविड से संक्रमित होने की धारणा दोनों में एक महत्वपूर्ण बदलाव पर प्रकाश डालता है।

आइए समय-यात्रा पर कुछ पीछे चलें।

इसे उजागर करने के लिए कि हम कितनी दूर आ गए हैं, आइए कल्पना करें कि इस खबर का कितना असर होता यदि मॉरिसन को मार्च 2022 के बजाय मार्च 2020 में महामारी की शुरुआत में कोविड का संक्रमण हुआ होता।

आपकी राजनीतिक धारणाओं के बावजूद, मार्च 2020 में मॉरिसन के कोविड से पीड़ित होने के बारे में पता चलने पर आपको निश्चित रूप से उनके स्वास्थ्य के प्रति चिंता हुई होती। हम उस समय निश्चित रूप से कोविड के बारे में बहुत कम जानते थे, और जो हम जानते थे वह वास्तव में भयावह था।

2020 के बाद से सबसे स्पष्ट परिवर्तन सुरक्षित और प्रभावी टीकों की उपलब्धता है। इसने व्यक्तियों और समुदाय के लिए वायरस के जोखिम को पूरी तरह से बदल दिया है।

टीकाकरण, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करके, वायरस के सबसे बड़े हथियारों में से एक – हैरतअंगेज रूप से प्रतिरक्षा प्रणाली को भेदने की क्षमता-को छीन लेता है।

टीकाकरण हमें वायरल एंटीजन (इसकी स्पाइक प्रोटीन) के लिए पहले से तैयार करता है, जिससे प्रतिरक्षा प्रणाली वायरस के संपर्क में आने पर तेजी से और अधिक प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया करती है। यह लक्षण वाली बीमारी की संभावना, और शायद अधिक महत्वपूर्ण बात, गंभीर बीमारी होने की संभावना को कम करता है।

अभी हाल ही में, हमें अधिक प्रभावी कोविड उपचार भी मिला है। ये कोविड को बिगड़ने से रोकने और गंभीर बीमारी पैदा करने में भी बहुत बड़ा बदलाव ला रहा है।

आइए आज मॉरिसन के सामने आने वाली परिस्थितियों की तुलना ब्रिटेन के प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के सामने आने वाली चुनौतियों से करें, जब वह महामारी के शुरू में कोविड की चपेट में आए थे।

यह वास्तव में उस फर्क को बताता है जो महामारी के बारे में हमारे दृष्टिकोण में आया है।

जॉनसन ने आईसीयू में बिताया समय

मार्च और अप्रैल 2020 में, जॉनसन के साथ वही हुआ, जो हमने अब कई बार देखा है। अपेक्षाकृत हल्के लक्षणों के रूप में जो शुरू हुआ, उसने एक हफ्ते बाद एक बड़ा मोड़ लिया और उन्हें गहन देखभाल में भर्ती कराया गया। एक सामान्य वार्ड में लाए जाने से पहले उन्होंने गंभीर स्थिति में तीन दिन बिताए, फिर उन्हें ठीक होने के दौरान घर में रहना पड़ा।

याद रखें, उस समय कोई टीके नहीं थे और बहुत सीमित उपचार थे।

इन बाधाओं के बावजूद, जॉनसन पूरी तरह से ठीक हो गए। लेकिन हमें यह याद रखने की जरूरत है कि अब भी, आईसीयू में भर्ती सभी मरीज जीवित नहीं रहते हैं या इसके अनुभव से बाहर नहीं निकल पाते हैं। जॉनसन अविश्वसनीय रूप से भाग्यशाली थे।

ट्रम्प ने प्रायोगिक उपचारों का इस्तेमाल किया। ट्रम्प, जिन्होंने पहले कोविड के खतरे को कम करके आंका था, अक्टूबर 2020 में इसकी चपेट में आए।

हालांकि पूरी कहानी अभी भी एक रहस्य है, वह भी बहुत बीमार हो गए थे, शायद आधिकारिक तौर पर जितना बताया गया, उससे कहीं ज्यादा। उनका अधिक वजन और उस समय 74 की उम्र बीमारी से डरने के वैध कारण थे।

एक बार फिर, यहां यह जान लेना महत्वपूर्ण है। टीके उपलब्ध होने से पहले ट्रम्प ठीक हो गए।

हालांकि, अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में, उनके पास प्रायोगिक उपचारों तक पहुंच थी, जो अन्य अमेरिकियों को उपलब्ध नहीं थे।

विशेष रूप से, ट्रम्प उस समय केवल कुछ मुट्ठी भर लोगों में से एक थे, जिन्हें रेजेनरॉन, एक प्रयोगात्मक एंटीबॉडी कॉकटेल दिया गया था, कई लोगों का मानना ​​​​है कि उनके ठीक होने में इसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

जॉनसन की तरह, ट्रम्प, मुश्किल वक्त गुजारने के बाद, पूरी तरह से ठीक हो गए।

कोई केवल अनुमान लगा सकता है कि उनका क्या हुआ होता यदि वह 74 वर्षीय अधिक वजन वाले औसत अमेरिकी होते और अमेरिका के राष्ट्रपति नहीं होते। जॉनसन की तरह, ट्रम्प भाग्यशाली थे।

यह हमें मॉरिसन की संभावनाओं के बारे में क्या बताता है?

अगर हम मॉरिसन के सामने आने वाली परिस्थितियों को देखें, तो वास्तव में कोई तुलना नहीं है। टीके और इस दिशा में की गई हमारी प्रगति का मतलब है कि अलग-थलग रहने के दौरान उनमें बीमारी के हल्के लक्षण होने की संभावना है, अन्य उपाय अपना काम करते रहेंगे और वह पूरी तरह से ठीक हो जाएंगे।

बेशक, यह हममें से किसी को भी अधिक गंभीर बीमारी विकसित करने के वास्तविक जोखिम को कम नहीं करता है, विशेष रूप से तब अगर किसी की कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली या अंतर्निहित स्वास्थ्य स्थिति है।

लेकिन गंभीर बीमारी होने का जोखिम पूर्ण टीकाकरण होने की स्थिति में बहुत कम है, भले ही हम गंभीर कोविड के शिकार होने ​​​​के अधिक जोखिम में हों, इसके लिए टीके को धन्यवाद।

यदि गंभीर कोविड के उच्च जोखिम वाले किसी व्यक्ति को संक्रमण हो भी जाता है, तो अब हमारे पास गंभीर बीमारी के विकास के जोखिम को कम करने के लिए दवाएं भी हैं।

हम मॉरिसन के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं और उनके संक्रमित होने की बात को ज्यादा तवज्जो न दिया जाने को हम आज की परिस्थितियों में खुश होने की एक वजह मानते हैं।

द कन्वरसेशन एकता एकता

एकता

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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