scorecardresearch
Wednesday, 11 December, 2024
होमविदेशUS के 83% युवा चीन को निगेटिव ढंग से देखते हैं लेकिन महिलाएं उसे शीर्ष इकोनॉमी मानती है: प्यू रिसर्च सेंटर

US के 83% युवा चीन को निगेटिव ढंग से देखते हैं लेकिन महिलाएं उसे शीर्ष इकोनॉमी मानती है: प्यू रिसर्च सेंटर

अध्ययन में वैश्विक मामलों में चीन की भूमिका, यूएस-चीन सहयोग पर विचार और टिकटॉक प्रतिबंध के समर्थन के प्रति अमेरिकी वयस्कों के बीच बढ़ती आशंका की पड़ताल करता है.

Text Size:

नई दिल्ली: 83 प्रतिशत अमेरिकी वयस्क चीन को नकारात्मक ढंग से देखते हैं और 10 में से चार लोग देश को अमेरिका के दुश्मन के रूप में देखते हैं. प्यू रिसर्च सेंटर द्वारा हाल ही में किए गए एक सर्वेक्षण से यह जानकारी मिली है. इसके अलावा, 62 प्रतिशत अमेरिकी वयस्क हाल की चीन-रूस साझेदारी को एक ‘बहुत गंभीर’ समस्या के रूप में देखते हैं, और लगभग आधे सर्वेक्षण प्रतिभागियों को चीन-ताइवान तनाव एक ‘बहुत गंभीर’ चिंता लगती है. खासकर उस वक्त जब ताइवान के राष्ट्रपति त्साई-इंग 30 मार्च को अमेरिका यात्रा पर गए.

बुधवार शाम को जारी अध्ययन के लिए, प्यू रिसर्च सेंटर ने इस साल 20-26 मार्च के दौरान पूरे अमेरिका में 3,576 वयस्कों का सर्वेक्षण किया. सभी सर्वेक्षण प्रतिभागी केंद्र के अमेरिकन ट्रेंड्स पैनल (एटीपी) के सदस्य थे, जो एक ऑनलाइन सर्वेक्षण पैनल है जिसे आवासीय पतों के राष्ट्रीय, रेंडम सैंपलिंग के जरिए इकट्ठा किया जाता है.

अध्ययन में जिन मुद्दों का पता लगाया गया, उनमें वैश्विक मामलों में चीन की भूमिका के प्रति अमेरिकी वयस्कों के बीच बढ़ती आशंका, अमेरिका-चीन सहयोग पर विचार और टिकटॉक प्रतिबंध के लिए समर्थन शामिल था. इसमें पाया गया कि मोटे तौर पर 10 में से आठ अमेरिकियों का मानना है कि चीन अन्य देशों के घरेलू मामलों में हस्तक्षेप करता है, जबकि 54 प्रतिशत मानते हैं कि देश अंतरराष्ट्रीय संघर्षों को हल करने में योगदान नहीं दे सकता है.

लगभग आधे प्रतिभागियों (47 प्रतिशत) का भी मानना है कि बीजिंग को अमेरिका-चीन व्यापार संबंधों से अधिक लाभ होता है. केवल 38 फीसदी मानते हैं कि चीन एक प्रमुख वैश्विक आर्थिक शक्ति है, जबकि 48 फीसदी ने अमेरिका का नाम लिया. 10 में से आठ अमेरिकी बीजिंग के साथ वाशिंगटन की आर्थिक प्रतिस्पर्धा को भी एक समस्या के रूप में देखते हैं.

दिलचस्प बात यह है कि सर्वेक्षण से यह भी पता चलता है कि पुरुष (57 प्रतिशत) अमेरिका को दुनिया की अग्रणी आर्थिक शक्ति कहने की अधिक संभावना रखते हैं जबकि महिलाओं के यह कहने की अधिक संभावना है कि चीन शीर्ष अर्थव्यवस्था (43 प्रतिशत) है.


यह भी पढ़ें: राजस्थान में पुलवामा में विधवाओं की लड़ाई ने सदियों पुराने रहस्य चूड़ा प्रथा के शोषण का पर्दाफाश किया


साथी या सहयोगी?

उत्तरदाताओं में से आधे से थोड़ा अधिक (52 प्रतिशत) ने चीन को एक प्रतियोगी के रूप में देखा, जबकि 38 प्रतिशत के लिए यह दुश्मन था और 6 प्रतिशत का मानना था कि देश अमेरिका का भागीदार है.

लगभग तीन-चौथाई सर्वेक्षण प्रतिभागियों (77 प्रतिशत) को विश्व मामलों के संबंध में सही काम करने के लिए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग पर कोई भरोसा नहीं है.

अध्ययन ने विभिन्न जनसांख्यिकी- राजनीतिक संबद्धता, उम्र और चीन पर विचार आदि के बीच सहसंबंध की भी जांच की, जिससे पता चला कि रिपब्लिकन (40 प्रतिशत) डेमोक्रेट्स (21 प्रतिशत) की तुलना में लगभग दोगुनी संभावना रखते हैं कि शांति और स्थिरता के लिए चीन बिल्कुल भी योगदान नहीं करता है.

अधिकांश अमेरिकी वयस्क भी राय साझा करते हैं कि अमेरिका अंतरराष्ट्रीय संघर्षों, जलवायु परिवर्तन नीति को हल करने और संक्रामक बीमारी के प्रसार का मुकाबला करने जैसे मुद्दों पर चीन के साथ सहयोग नहीं कर सकता है. हालांकि, दो क्षेत्र- छात्र विनिमय और व्यापार और आर्थिक नीति- सहयोग की संभावना रखते हैं.

उम्र भी चीन के बारे में एक राय को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, युवा अमेरिकियों के साथ पुरानी पीढ़ियों की तुलना में देश के साथ काम करने के अधिक अवसर तलाश रहे हैं. मोटे तौर पर 10 में से 9 (या 90 प्रतिशत) अमेरिकी व्यस्क जो 65 वर्ष और उससे अधिक आयु के हैं, की चीन के बारे में प्रतिकूल राय है, जबकि 18-29 वर्ष की आयु के केवल 74 प्रतिशत लोग सहमत हैं.

उच्च स्तर की शिक्षा भी अमेरिका में चीन के दृष्टिकोण को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है, औपचारिक रूप से शिक्षित अमेरिकी वयस्क (87 प्रतिशत) देश के प्रति अधिक आलोचनात्मक हैं.

सर्वेक्षण में भाग लेने वाले अधिकांश अमेरिकी भी टिकटॉक जैसे चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भरोसा नहीं करते हैं. लगभग दस में से नौ को ऐसे ऐप्स की गोपनीयता नीतियों पर बहुत कम या बिल्कुल विश्वास नहीं है.

(संपादन: कृष्ण मुरारी)

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


यह भी पढ़ें: ‘6 हजार परिवार प्रभावित’: वेदांता विश्वविद्यालय के लिए ओडिशा सरकार के भूमि अधिग्रहण पर SC ने क्या कहा


 

share & View comments