कोलंबो, 19 जुलाई (भाषा) श्रीलंका में वर्ष 2019 में ईस्टर के मौके पर हुए आत्मघाती हमलों में आपराधिक लापरवाही के लिए दोषी ठहराए गए एक शीर्ष पुलिस अधिकारी को अनिवार्य छुट्टी पर भेज दिया गया है। हमलों में 11 भारतीयों सहित 270 से अधिक लोग मारे गए थे।
स्वतंत्र पुलिस आयोग ने बल में दूसरे नंबर के वरिष्ठ अधिकारी उपमहानिरीक्षक नीलांथा जयवर्धने को बृहस्पतिवार से अनिवार्य छुट्टी पर भेजे जाने की घोषणा की।
श्रीलंका में 2019 में ईस्टर के मौके पर हुए आत्मघाती बम हमले की जांच में दायर मौलिक अधिकार याचिकाओं के संबंध में उच्चतम न्यायालय ने जयवर्धने के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करने का आदेश दिया। उसके बाद उन्हें अनिवार्य छुट्टी पर भेज दिया गया।
जयवर्धने उन शीर्ष रक्षा अधिकारियों में एक हैं, जिन्हें ईस्टर के दिन आत्मघाती बम विस्फोटों में आपराधिक लापरवाही के लिए दोषी ठहराया गया है।
स्थानीय इस्लामी चरमपंथी समूह, नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) के नौ आत्मघाती हमलावरों ने 21 अप्रैल, 2019 को तीन कैथोलिक गिरजाघरों और कई आलीशान होटलों में सिलसिलेवार धमाके किए थे जिनमें 11 भारतीयों और अन्य विदेशी नागरिकों सहित लगभग 270 लोग मारे गए और 500 से अधिक घायल हुए थे।
पुलिस आयोग के मुताबिक, उच्चतम न्यायालय ने 12 जनवरी, 2023 को जयवर्धने के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की सिफारिश की थी।
जयवर्धने हमले के समय पुलिस की राज्य खुफिया सेवा के प्रमुख थे।
भाषा जितेंद्र अविनाश
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