scorecardresearch
Tuesday, 16 April, 2024
होमविदेशइमरान खान ने तेल की कीमतों को कम करने के लिए भारत की तारीफ की

इमरान खान ने तेल की कीमतों को कम करने के लिए भारत की तारीफ की

Text Size:

इस्लामाबाद, 22 मई (भाषा) पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर भारत की तारीफ की है। इस बार खान ने रूस से ‘रियायती’ दर पर तेल खरीद कर पेट्रोल-डीज़ल के दाम करने के लिए भारत की प्रशांसा की है और कहा है कि उनकी सरकार भी ‘स्वतंत्र विदेश नीति’ की मदद से यह हासिल करने पर काम कर रही थी।

भारत सरकार ने ईंधन उत्पादों की लगातार बढ़ती कीमतों से आम जनजीवन पर पड़ रहे असर को देखते हुए शनिवार को पेट्रोल एवं डीजल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क में क्रमशः आठ रुपये एवं छह रुपये प्रति लीटर तक की कटौती करने की घोषणा की।

इसके साथ ही सरकार ने घरों में इस्तेमाल होने वाले एलपीजी सिलेंडर पर 200 रुपये प्रति सिलेंडर की सब्सिडी देने की भी घोषणा की। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को एक साल में 12 गैस सिलेंडरों पर यह सब्सिडी दी जाएगी।

खान ने साउथ एशिया इंडेक्स की एक रिपोर्ट को अपने ट्वीट में टैग किया जो कहती है, “रूस से रियायती कीमत पर तेल खरीदने के बाद, भारत सरकार ने पेट्रोल की कीमत को 9.5 रुपये प्रति लीटर और डीज़ल के दाम सात रुपये प्रति लीटर कम कर दिए हैं।”

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के 69 वर्षीय प्रमुख ने कहा, “ क्वाड का सदस्य होने के बावजूद भारत ने अमेरिका के दबाव को झेला और रूस से रियायती दर पर तेल खरीदकर जनता को राहत दी।”

उन्होंने कहा, “ हमारी सरकार भी स्वतंत्र विदेश नीति की मदद से यही हासिल करने के लिए काम कर रही थी।”

भारत तेल का इस्तेमाल करने और आयात करने के मामले में दुनिया में तीसरे नंबर पर आता है। उसने हाल के हफ्तों में रूस से कम कीमत पर तेल खरीदा है।

एक अन्य ट्वीट में खान ने कहा, “ पाकिस्तान के हित सर्वोपरि हैं लेकिन बदकिस्मती से स्थानीय मीर जाफर और मीर सादिक बाहरी दबाव के आगे झुक गए जिस वजह से सत्ता परिवर्तन हुआ।”

खान अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को अक्सर मीर जाफर और मीर सादिक कहते हैं। इतिहास में दर्ज इन लोगों ने बंगाल और मैसूर रियासतों में अपने अपने नवाबों के साथ गद्दारी करके ब्रिटिश शासकों की मदद की थी।

यह पहली बार नहीं है जब पूर्व प्रधानमंत्री खान ने भारत की तारीफ की है।

पिछले महीने उन्होंने संसद में अविश्वास प्रस्ताव से पहले भी भारत की प्रशंसा करते हुए इसे खुद्दार देश बताया था।

इससे पहले भी उन्होंने कई मौकों पर भारत और उसकी स्वतंत्र विदेश नीति की तारीफ की है।

भाषा नोमान वैभव

वैभव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments