रांची, 30 नवंबर (भाषा) स्टार बल्लेबाज विराट कोहली (135 रन) के शानदार 52वें वनडे शतक की मदद से भारत ने रविवार को यहां श्रृंखला के शुरूआती एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आठ विकेट पर 349 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया।
कोहली ने 120 गेंद की तेज पारी के दौरान 11 चौके और सात छक्के जमाए जो भारतीय पारी की रीढ़ बनी।
क्रिकेट के एकमात्र इस प्रारूप में खेलने वाले इस स्टार ने अपनी अहमियत और दबदबे को फिर साबित किया। उन्होंने दूसरे विकेट के लिए रोहित शर्मा (51 गेंद में 57 रन) के साथ 136 रन की साझेदारी करके जेएससीए स्टेडियम की सपाट पिच पर भारत के बड़े स्कोर की नींव रखी।
कोहली अब टी20 अंतरराष्ट्रीय प्रारूप का हिस्सा नहीं हैं और अगले आठ महीनों में भारत को सिर्फ छह वनडे मैच खेलने हैं इसलिए 36 साल के इस क्रिकेटर के लिए इस प्रारूप का हर मैच अब अहमियत रखता है।
उन्होंने अपनी पारी से चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन को याद दिलाया कि वह इस प्रारूप में भारत के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज बने हुए हैं।
रोहित के पास भी खुद को साबित करने का एक शानदार मंच था। उन्होंने एक रन पर मिले जीवनदान का फायदा उठाया और मार्को यानसन की गेंद पर पगबाधा होने से पहले अर्धशतक ही बना सके।
क्रिकेट प्रेमी कोहली और रोहित की बड़ी पारी खेलने के लिए बेकरार हैं और दोनों के बीच 136 रन की भागीदारी इन दोनों खिलाड़ियों का ही आत्मविश्वास नहीं बढ़ाएगी बल्कि टीम प्रबंधन को भी भरोसा देगी कि वे अब भी बड़े मंच के स्टार हैं और भारत के लिए अभी और खेल सकते हैं।
पिच सपाट थी लेकिन दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों ने भी सही लाइन एवं लेंथ में गेंदबाजी नहीं की। यानसन के अलावा नांद्रे बर्गर, कॉर्बिन बॉश और ओटनील बार्टमैन ने दो दो विकेट झटके।
सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (18 रन) बर्गर की गेंद पर बल्ला छुआकर आउट हो गए जिसके बाद कोहली क्रीज पर उतरे। रांची के दर्शकों को रोहित-कोहली (रो-को) की जोड़ी से जैसे प्रदर्शन की उम्मीद थी, उन्होंने वैसा ही खेल दिखाया।
रोहित को बर्गर की गेंद पर टोनी डी जोर्जी ने कैच छोड़कर जीवनदान दे दिया और इस बल्लेबाज ने इसका फायदा उठाते हुए यानसन और बॉश के खिलाफ लगातार बाउंड्री लगा दीं।
उन्होंने यानसन पर पांच गेंद के अंदर दो बाउंड्री लगाईं और बॉश की अंदर आती गेंदों को आसानी से फ्लिक किया और शॉर्ट गेंदों को पुल किया।
कोहली शानदार फॉर्म में दिख रहे थे और उन्होंने बर्गर की गेंद पर मिड-ऑफ के ऊपर से छक्का मारकर अपने इरादे स्पष्ट किए। इसके बाद उन्होंने एक शानदार कवर ड्राइव लगाया।
दोनों ने दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाजों की लाइन एवं लेंथ में हुई गलती का फायदा उठाते हुए तेजी से रन बनाए जिससे कार्यवाहक कप्तान एडन मारक्रम को ऑफस्पिनर प्रेनलन सुब्रयन को मैदान में उतारना पड़ा। लेकिन रन गति में कमी नहीं हुई।
कोहली ने बॉश की गेंद पर छक्का लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया जबकि रोहित ने एक रन लेकर अपना अर्धशतक पूरा किया। जिससे भारत ने जल्दी ही 100 रन का आंकड़ा पार कर लिया। यानसन ने आखिरकार रोहित को पगबाधा आउट किया। इससे भारत की रन गति थोड़ी देर के लिए धीमी हुई।
रुतुराज गायकवाड़ (08) और पांचवें नंबर पर उतारे गए वाशिंगटन सुंदर जल्दी जल्दी आउट हो गए। लेकिन कोहली डटे रहे। उनके शतक पूरा करने के तुरंत बाद एक प्रशंसक सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए अंदर आ गया, वह घुटने के बल उनके सामने बैठ गया और उनके पैर छुए जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने उसे बाहर किया।
कप्तान केएल राहुल (60 रन) स्पिनर सुब्रयन पर शॉट लगाने के लिए संघर्ष कर रहे थे तो कोहली ने इस गेंदबाज पर दो छक्के और एक चौके की मदद से 21 रन बनाए। 2027 विश्व कप में अभी कुछ समय है लेकिन कोहली ने सबको याद दिला दिया कि उनकी लय बरकरार है और उनकी रनों की भूख हमेशा की तरह बरकरार है।
भाषा नमिता सुधीर
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