scorecardresearch
Saturday, 1 November, 2025
होमखेलभारतीय टीम से अपने तीसरे फाइनल में खिताबी सूखे को खत्म करने की आस

भारतीय टीम से अपने तीसरे फाइनल में खिताबी सूखे को खत्म करने की आस

Text Size:

… अमित आनंद …

नवी मुंबई, एक नवंबर (भाषा) इंग्लैंड और न्यूजीलैंड ने महिला वनडे विश्व कप के फाइनल में अपने तीसरे प्रयास में खिताबी सूखे को खत्म किया था और कुछ ऐसी ही स्थिति भारतीय महिला टीम की है जो रविवार को यहां अपने तीसरे विश्व कप फाइनल में दक्षिण अफ्रीका की चुनौती का सामना करेगी। दक्षिण अफ्रीका का यह महिला विश्व कप का पहला फाइनल है। भारतीय टीम इससे पहले मिताली राज की अगुवाई में 2005 और 2017 में विश्व कप के फाइनल में पहुंच चुकी है। साल 2005 में दक्षिण अफ्रीका में खेले गये विश्व कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 98 रन से हराया था जबकि 2017 में इंग्लैंड ने घरेलू सरजमीं पर रोमांचक फाइनल में भारत पर नौ रन से जीत दर्ज की की। महिला विश्व कप के शुरुआती दो आयोजनों में विजेता का फैसला लीग चरण के अंकों के आधार पर हुआ था। जिसमें 1973 में इंग्लैंड और 1978 में ऑस्ट्रेलिया चैंपियन बना था। विश्व कप में फाइनल मैच की प्रथा 1982 से शुरू हुई। इंग्लैंड को 1982 और 1988 में फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से शिकस्त का सामना करना पड़ा लेकिन टीम ने 1993 में न्यूजीलैंड को हराकर पहली बार विश्व कप फाइनल जीता। न्यूजीलैंड इसके बाद 1997 में भारत में खेले गये विश्व कप के फाइनल में पहुंचा लेकिन इस बार उसे ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा। टीम ने हालांकि घरेलू सरजमीं पर साल 2000 में खेले गये विश्व कप के फाइनल में चिर-प्रतिद्वंद्वी ऑस्ट्रेलिया को हराकर इंग्लैंड की तरह ही अपने तीसरे प्रयास में सफलता हासिल की। भारत विश्व कप में अपना तीसरा फाइनल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलने को तैयार है। दोनों देशों के बीच 33 वनडे मैचों 20 जीत के साथ भारत का पलड़ा भारी है लेकिन विश्व कप में मुकाबला बराबरी का है। वनडे विश्व कप के छह मैचों में भारत के नाम तीन जीत हैं लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने पिछले तीनों मैच में भारत को शिकस्त दी है। दक्षिण अफ्रीका इकलौती ऐसी टीम है जिसे भारत ने 2017 से इस वैश्विक आयोजन में नहीं हराया है। विश्व कप के इतिहास में इससे ज्यादा बार लगातार मैचों में ऑस्ट्रेलिया (आठ) और न्यूजीलैंड (पांच) ने भारत को  हराया है। भारतीय टीम ऐसे में फाइनल में दक्षिण अफ्रीका से विश्व कप में मिली लगातार तीन हार का बदला भी चुकता करना चाहेगी। दक्षिण अफ्रीका ने 2017 विश्व कप में भारत को 115 जबकि 2022 विश्व कप में तीन विकेट से हराया था। इस टीम ने मौजूदा विश्व कप में विशाखापत्तनम में भारत को तीन विकेट से शिकस्त देकर विश्व कप के मैचों में जीत की हैट्रिक पूरी की थी। इस जीत से दक्षिण अफ्रीका ने भारतीय महिला टीम के खिलाफ लगातार पांच वनडे मैचों की हार का सिलसिला तोड़ा था।  भारत ने फाइनल की मेजबानी कर रहे डीवाई पाटिल स्टेडियम में अपने दो मैचों जीत दर्ज की है जबकि बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबला बारिश की भेंट चढ़ गया था जबकि दक्षिण अफ्रीका की टीम पहली बार इस मैदान पर खेलेगी।  महिला विश्व कप के फाइनल में यह पहला मौका है जब खिताबी मुकाबला ऐसी दो टीमों के बीच होगा जो कभी चैंपियन नहीं रही है। महिला वनडे विश्व कप में यह पांचवां मौका है जब मेजबान टीम खिताबी मुकाबला खेलेगी। ऑस्ट्रेलिया (1988), इंग्लैंड (1993, 2017) और न्यूजीलैंड (2000) ने यह कारनामा किया है। ऑस्ट्रेलिया सात खिताब और नौ फाइनल के साथ विश्व कप की सबसे सफल टीम है जबकि इंग्लैंड ने तीन और न्यूजीलैंड ने एक खिताब जीता है ऐसे में रविवार का दिन महिला क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक होगा क्योंकि जीतने वाली टीम पहली बार विश्व विजेता बनेगी। भाषा आनन्द पंतपंत

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments