लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हो रहे प्रदर्शन के दौरान पुलिसिया कार्रवाई पर विपक्षी दलों के सवालों पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम भक्तों पर गोलियां चलवाने वाले आज हमसे उपद्रवियों पर कार्रवाई का जवाब मांग रहे हैं. योगी का ये तंज समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए था.
विधानसभा में अपने भाषण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा, ‘वास्तव में रामराज है क्या, यह हर व्यक्ति समझ भी नहीं पाएगा. आखिर जिस कार्य के लिए 1990 में राम भक्त अयोध्या जा रहे थे, जिन राम भक्तों को गोली मारी गई थी, जो लोग कहते थे कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता, आखिर उन राम भक्तों की बात पर देश की सर्वोच्च न्यायालय ने मुहर लगा दी है. अयोध्या में वर्षों से दबी हुई भावनाओं को मंच मिला और उस मंच के माध्यम से सामने आया कि वास्तव में देश का लोकतंत्र दुनिया का एक सशक्त लोकतंत्र है.’
उन्होंने कहा जो भक्त अयोध्या में राम मंदिर की मांग कर रहे थे वे सही थे और गोली चलाने वाले गलत थे यह साबित हो गया है. उनका ये तंज तत्कालीन मुलायम सरकार पर था जिसपर 1990 में अयोध्या में गोली चलवाने के आरोप हैं.
https://twitter.com/ANINewsUP/status/1230043250683043840
सीएए विरोधी प्रदर्शन पर हुई कार्रवाई पर सरकार की हुई किरकिरी
उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पिछले दो महीनों से लगातार विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं. इनमें एक हजार से अधिक पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज की है. वहीं इस दौरान कई जगह सार्वजनिक संपत्तियों को भी जो नुकसान हुआ उसमें योगी सरकार ने उपद्रवियों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की है. इसके अलावा तमाम प्रदर्शनकारियों को नोटिस भेजा गया और नुकसान की भरपाई करने के लिए कहा गया है.
अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक
दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं
हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.
यह भी पढ़ें: योगी सरकार के बजट में अयोध्या-काशी पर विशेष फोकस, मदरसों के लिए भी खर्च करेगी 479 करोड़
इस दौरान कई एक्टिविस्टों को गिरफ्तार भी किया गया. जिसपर विपक्षी दलों ने सरकार पर सवाल भी उठाया.
‘हमने धर्म को दायित्व और कर्तव्यों से जोड़ा’
विधानसभा में भाषण के दौरान योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार की खूब तारीफ की. उन्होंने कहा, ‘हमने धर्म को दायित्व और कर्तव्यों से जोड़ा है, हर व्यक्ति की इसीलिए समझ से बाहर है. रामभक्तों की बात पर सुप्रीम कोर्ट ने मोहर लगाई. अयोध्या में दबी हुई भावनाओं को मंच मिला, दुनिया में भारत के लोकतांत्रिक व्यवस्था का परचम लहराया.’
तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि परिंदा भी यूपी की कानून व्यवस्था में पर नहीं मार सकता. ये 9 नवंबर 2019 को साबित हो चुका है जब अयोध्या पर फैसला आया था.