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Wednesday, 11 December, 2024
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शिवसेना का दावा- नवनीत राणा का अंडरवर्ल्ड से संबंध, ‘दाऊद गैंग’ वाले फाइनेंसर से लिया था लोन

अमरावती की सांसद नवनीत ने इस बीच बुधवार को दिल्ली पुलिस कमिश्नर को लिखकर कहा कि शिवसेना से राज्य सभा सांद संजय राउत ने उनके खिलाफ जातिवादी शब्द कहे हैं.

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मुंबई: शिवसेना और निर्दलीय पार्षद दंपत्ति नवनीत राणा और रवि राणा के बीच टकराव बढ़ता ही जा रहा है. शिवसेना ने नवनीत पर आरोप लगाया है कि उनके संबंध अंडरवर्ल्ड से है.

अमरावती की सांसद नवनीत ने इस बीच बुधवार को दिल्ली पुलिस कमिश्नर को लिखकर कहा कि शिवसेना से राज्य सभा सांद संजय राउत ने उनके खिलाफ जातिवादी शब्द कहे हैं.

नवनीत और उनके पति रवि, जो कि अमरावती जिले के बडनेरा से विधायक हैं, की राजद्रोह और कथित तौर पर सांप्रदायिक द्वेष भड़काने के आरोप में गिरफ्तारी हुई थी.

राणा दंपत्ति की गिरफ्तारी तब हुई जब दोनों ने ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने की कोशिश की थी, जो कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का निवास स्थान है. इसके बाद शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने आक्रामक प्रदर्शन किया था.

राउत ने नवनीत के चुनावी हलफनामे में से एक पन्ने को ट्वीट करते हुए दिखाया कि उन्होंने 80 लाख रुपए युसुफ लकड़वाला से लोन लिया था, जिसका उनके अनुसार दाऊद इब्राहिम गैंग से संबंध हैं.

लकड़वाला बिल्डर और फिल्म फाइनेंसर था जिसे मनी लांड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था. ईडी के आरोपों के अनुसार, खंडाला (पुणे स्थित एक हिल स्टेशन) में एक कीमती प्लॉट के उसके पास फर्जी कागजात थे. पिछले साल सितंबर में मुंबई की ऑर्थर रोड जेल में लकड़वाला की मौत हो गई थी.


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‘लोकसभा स्पीकर को लिखूंगा’

मुंबई में बुधवार को संवाददाताओं से बात करते हुए राउत ने कहा, ‘लकड़वाला के खाते से नवनीत राणा के खाते में 80 लाख रुपए जमा किए गए. इसकी जांच क्यों नहीं होनी चाहिए? मेरा सवाल ईडी से है. 20 लाख, 25 साख और 5 लाख रुपए के लिए आप हमारे मंत्रियों को सलाखों के पीछे डाल देते हैं और संपत्ति कुर्क कर देते हैं. लेकिन लकड़वाला जो कि 200 करोड़ रुपए की मनी लांड्रिंग के मामले में आपकी हिरासत में था, आपने इस मामले में जांच के लिए सबको बुलाया लेकिन राणा दंपत्ति को क्यों नहीं? यह बहुत बड़ा सवाल है.’

राउत ने कहा कि वो इस बारे में लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला को बताएंगे.

इस हफ्ते की शुरुआत में राणा ने लोकसभा स्पीकर को लिखी चिट्ठी में आरोप लगाया कि पुलिस हिरासत में उनके साथ सही सुलूक नहीं किया जा रहा है और जातिगत अपशब्दों का प्रयोग किया जा रहा है, साथ ही पानी भी नहीं दिया जा रहा. उन्होंने ये भी कहा था कि उनके खिलाफ की गई कार्रवाई मुख्यमंत्री ठाकरे के कहने पर की गई है.

उनकी चिट्ठी के बाद, लोकसभा सचिवालय ने महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार (जिसमें शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी शामिल है) से राणा दंपत्ति की गिरफ्तारी पर तथ्यात्मक जानकारी की मांग की थी और राणा के आरोपों पर जवाब देने को कहा था. हालांकि एमवीए सरकार और मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय पांडे ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया.


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‘जांच के लिए जांच एजेंसियों को तथ्य दें राउत’

राउत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर भी निशाना साधा है, जो कि राणा दंपत्ति का समर्थन कर रही है और उनके खिलाफ की गई पुलिस कार्रवाई की भी आलोचना की है. वहीं एमवीए सरकार के शासन को ‘हिटलर का शासन’ बताया.

राउत ने कहा, ‘जो लोग देश में अस्थिरता का माहौल, धर्म के नाम पर देश को बांटना चाहते हैं और जिनका अंडरवर्ल्ड से संबंध है, उनके साथ किसी भी राजनीतिक पार्टी को खड़ा नहीं होना चाहिए.’

उन्होंने कहा, ‘मैं देवेंद्र फडणवीस से पूछना चाहता हूं. वो इस मुद्दे पर शांत क्यों हैं? बल्कि भाजपा को ईडी से जांच कराने की मांग करनी चाहिए.’

महाराष्ट्र में भाजपा के प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने दिप्रिंट को बताया कि राउत जो कह रहे हैं उसकी कोई विश्वसनीयता नहीं है. उन्होंने कहा, ‘अतीत में पहले भी वो इस तरह के निराधार आरोप लगा चुके हैं. उनके आरोपों की कोई विश्वसनीयता नहीं है. लेकिन अगर उनके आरोपों में सच्चाई है भी तो उन्हें सारी चीज़ों को जांच एजेंसियों के सामने रखना चाहिए न कि उसे ट्विटर पर डालना चाहिए.’

उन्होंने कहा, ‘हमारा समर्थन किसी व्यक्ति को नहीं है लेकिन अगर महाराष्ट्र सरकार किसी के साथ ऐसा बर्ताव करती है तो हम इसके खिलाफ बोलेंगे.’

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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