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Tuesday, 19 March, 2024
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‘अध्यादेश वापस लेना चाहिए’, अखिलेश, नीतीश, शरद, उद्धव, ममता के बाद KCR से मिले केजरीवाल, मांगा समर्थन

दरअसल दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के बीच लड़ाई केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश को लेकर है. बीते 11 मई को सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार के पक्ष में फैसला सुनाते हुए दिल्ली में अफसरों के ट्रांसफर और पोस्टिंग का अधिकार दिया था.

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नई दिल्ली: शरद पवार, उद्धव ठाकरे, ममता बनर्जी, नीतीश कुमार और अखिलेश यादव जैसे नेताओं से मिलने के बाद आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से मिले. दिल्ली के मुख्यमंत्री केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ गैर बीजेपी नेताओं से मिलकर उनका समर्थन मांग रहे हैं. दोनों नेताओं की बैठक लंबे समय तक चली. बैठक के बाद संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा, “पीएम मोदी को यह अध्यादेश वापस लेना चाहिए. हम इसकी मांग करते हैं. यह समय आपातकाल के दिनों से भी बदतर है. बीजेपी शासित केंद्र सरकार लोगों द्वारा चुनी गई सरकार को काम करने नहीं दे रही है.”

दरअसल दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के बीच लड़ाई केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश को लेकर है. बीते 11 मई को सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार के पक्ष में फैसला सुनाते हुए दिल्ली में अफसरों के ट्रांसफर और पोस्टिंग का अधिकार दिया था. लेकिन इसके कुछ दिन बाद ही केंद्र सरकार एक अध्यादेश लेकर आई और ये अधिकार उप राज्यपाल को वापस दे दिए. इसके बाद से ही सीएम केजरीवाल सहित आम आदमी पार्टी के तमाम नेता केंद्र सरकार के अध्यादेश का विरोध कर रहे हैं.

केसीआर से मिलने जाने से पहले अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा था, ”सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ लाए गए बीजेपी सरकार के असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक अध्यादेश के खिलाफ समर्थन मांगने के लिए हैदराबाद में तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर से मुलाकात करने जा रहे हैं.”

अरविंद केजरीवाल को उम्मीद है कि अध्यादेश को जब राज्यसभा में लाया जाएगा तो वह विपक्षी दलों की मदद से इसे राज्यसभा में रोक देंगे. हालांकि केजरीवाल को काफी हद तक विपक्षी नेताओं का समर्थन भी मिला है. इससे पहले केजरीवाल ने राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से भी मिलने का समय मांगा था, लेकिन अभी तक उन्हें समय नहीं मिला है. बीते दिनों कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा था कि केजरीवाल को पहले राहुल गांधी से माफी मांगनी चाहिए.


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