scorecardresearch
Friday, 19 April, 2024
होमराजनीतिभाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मिलने और आगे की रणनीति पर चर्चा करने के लिए खट्टर दिल्ली रवाना

भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मिलने और आगे की रणनीति पर चर्चा करने के लिए खट्टर दिल्ली रवाना

राज्य में चुनाव नतीजे भाजपा के लिए निराशाजनक इसलिए रहे क्योंकि लोकसभा चुनाव 2019 में पार्टी को राज्य की सभी 10 सीटों पर जीत मिली थी और उसे इस बार विधानसभा में 75 से अधिक सीटों पर जीत की उम्मीद थी.

Text Size:

चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मिलने और आगे की रणनीति पर चर्चा करने के लिए शुक्रवार सुबह दिल्ली के लिए रवाना हुए

राज्य विधानसभा चुनाव में किसी एक पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है, हालांकि भाजपा 40 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है.

चुनाव नतीजे आने के बाद भारतीय जनता पार्टी अगली सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत के आंकड़े से छह सीट पीछे रह गई. चुनाव में कांग्रेस को 31 सीटों पर जीत मिली है, जबकि जननायक जनता पार्टी (जजपा) को 10 और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और हरियाणा लोकहित पार्टी (एचएलपी) को एक-एक सीट मिली हैं. स्वतंत्र उम्मीदवारों ने सात सीटों पर जीत दर्ज की है.

मनोहर लाल खट्टर कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश प्रभारी अनिल जैन से मिलेंगे.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि खट्टर हेलीकॉप्टर से दिल्ली के लिए रवाना हुए।. उन्होंने अपने सरकारी निवास के पास से ही उड़ान भरी. वह दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से भेंट करेंगे और राज्य में सरकार बनाने की संभावनाओं के बारे में चर्चा करेंगे.

पार्टी के पास विकल्प है कि वह सिर्फ स्वतंत्र विधायकों के समर्थन से सरकार बनाए या फिर जजपा से संपर्क करे या दोनों विकल्पों पर विचार करे।. सूत्रों ने बताया कि खट्टर की दिल्ली यात्रा के दौरान इस सभी विकल्पों पर विचार किया जाएगा.

राज्य में चुनाव नतीजे भाजपा के लिए निराशाजनक इसलिए रहे क्योंकि लोकसभा चुनाव 2019 में पार्टी को राज्य की सभी 10 सीटों पर जीत मिली थी और उसे इस बार 75 से अधिक सीटों पर जीत की उम्मीद थी. हालांकि चुनाव लड़ने वाले पार्टी के 10 मंत्रियों में आठ को हार का सामना करना पड़ा.

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ )

share & View comments