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Friday, 29 March, 2024
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गिरमिटिया मज़दूरों पर बनेगी फिल्म, शाहरुख, आमिर दिख सकते हैं मुख्य भूमिकाओं में

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फिल्म की पटकथा भारतीय मूल के मॉरीशस निवासी साहित्य अकादेमी पुरस्कार विजेता दिवंगत अभिमन्यु अनत के उपन्यास लाल पसीना पर आधारित होगी.

नई दिल्ली: मॉरीशस में ब्रिटिश शासन के दौरान लाखों गिरमिटिया मज़दूरों के साझा दुखों को बॉलीवुड के रुपहले परदे पर उतारने की तैयारी शुरू हो चुकी है. यह कुछ कुछ ऑस्कर नॉमिनेटेड फिल्म लगान की तरह होगी, जिसमें ब्रिटिश उपनिवेशवाद के ऊपर एक गाँव की जीत को दर्शाया गया है.

इस फिल्म की पटकथा भारतीय मूल के मॉरीशस में रहनेवाले साहित्य अकादेमी पुरस्कार विजेता, दिवंगत अभिमन्यु अनत के उपन्यास लाल पसीना पर आधारित होगी. प्रोजेक्ट को चार सरकारों की देखरेख में किया जा रहा है. उपन्यास की प्रस्तावना नोबेल पुरस्कार विजेता जेएमजी ली क्लेज़ियो द्वारा लिखी गयी है.

भारत और मॉरीशस की सरकारें, जो महासागर और इतिहास, दोनों ही माध्यमों से जुड़ी हैं , ने बिहार और उत्तर प्रदेश प्रशासन के साथ मिलकर इतिहास के इस भुलाये जा चुके अध्याय को दर्शाने में रुचि दिखाई है.

उन्नीसवीं शताब्दी की शुरुआत में जैसे ही मॉरीशस का कब्ज़ा फ्रांसीसियों से अंग्रेज़ों को मिला, उन्होंने इसे बसाने और सस्ते श्रम के लिए एक नए उपनिवेश की स्थापना की.

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भारतीयों, खासकर बिहारियों (उस समय बंगाल प्रेसीडेंसी का हिस्सा) को बेहतर जीवन और धन के सपने दिखाए गए ताकि उन्हें भूमध्य रेखा के पार यात्रा करने के लिए मनाया जा सके.

एक बार मॉरीशस पहुँच जाने पर उनसे सख्ती से काम लिया जाता था. उपमहाद्वीप के इतने सारे लोग वहां ले जाए गए थे कि आज मॉरीशियन आबादी का अनुमानित दो तिहाई हिस्सा भारतीय-पाकिस्तानी मूल का है और हर दस में से एक व्यक्ति भोजपुरी बोल सकता है.

दिप्रिंट से बात करते हुए जनता दल (यूनाइटेड) के नेता के.सी. त्यागी ने कहा कि यह विचार 11 अगस्त को मॉरीशस में आयोजित हुए हिंदी सम्मलेन के दौरान सामने आया था.

शुरुआत कहाँ से हुई

त्यागी के मुताबिक, अनत की पत्नी और पुत्रवधू ने मॉरीशस में उनसे मुलाक़ात की जिसके बाद उन्होंने लगान (2001 ) की तर्ज़ पर भारतीय गिरमिटिया मज़दूरों को लेकर एक फिल्म बनाने की योजना बनायी. अनत का इसी साल जून में निधन हो चुका है.

उन्होंने कहा कि अनत के रिश्तेदारों ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मिलने की इच्छा व्यक्त की और जब वह पिछले महीने हिंदी सम्मेलन के लिए मॉरीशस पहुंचीं तो एक बैठक भी आयोजित की गई

त्यागी ने कहा, “हम सबने लगान को देखा और सराहा है. मैंने अनत के परिवारजनों के साथ मॉरीशस के प्रति बिहार के योगदान और मज़दूरों की दर्दनाक हालत पर बात की.”

त्यागी ने कहा, “इन गरीब लोगों और उनके परिवारों को एक समृद्ध जीवन का सपना दिखाकर दासता में झोंक दिया गया था.” “उन्हें बताया गया था कि वे जो सोना खोदकर निकालेंगे वह उनका अपना होगा. लेकिन वह एक छलावा था और उन्हें अमानवीय परिस्थितियों में काम करने के लिए मजबूर किया जाता था. कई की तो मौत भी हो गयी थी.
उन्होंने कहा- “हम इस बात पर सहमत हुए कि इस कहानी को ‘लगान’ की ही तरह दुनिया को सुनाये जाने की ज़रुरत है. ”
“(विदेश मंत्री के साथ बैठक में) फिल्म के स्वरूप पर चर्चा की गई और स्वराज ने इस विचार को पसंद किया”, त्यागी ने आगे कहा कि चार सरकारें इस परियोजना पर साथ मिलकर काम करने को सहमत हुई हैं. भारत में इसकी देखरेख विदेश मंत्रालय करेगा.

त्यागी बताते हैं : “दरअसल , मॉरीशस के प्रधान मंत्री प्रवीण जगन्नाथ मूल रूप से बिहार के ग़ाज़ीपुर निवासी और जाति के यादव हैं. इसी तरह पूर्व प्रधान मंत्री मॉरीशस नवीन रामगुलाम बिहार की कुर्मी जाति से हैं.”

फिल्म के बारे में पूछे जाने पर, एमईए के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, “मैं अनत के परिवार और मंत्री के बीच हुई बैठक में शामिल नहीं था. अब तक हमें उनसे कोई निर्देश नहीं मिले हैं.”

हालांकि, लाल पसीना के लेखक के बेटे रत्नेश अनत ने मॉरीशस से दिप्रिंट को बताया कि उनका परिवार अगस्त में स्वराज से मिला था.


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उन्होंने कहा, “मैंने गिरमिटिया समुदाय पर आधारित इस उपन्यास के बारे में उनसे बातें कीं.”

“उसने मुझे बताया कि वे हमारी मदद करने में प्रसन्नता का अनुभव करेंगी. हमने परियोजना में मंत्रालय की मदद के बारे में भी बात की, “उन्होंने जोड़ा,” अब मैंने सुना है कि बिहार सरकार इस परियोजना के लिए उत्साहित है. मैं उन सबका आभारी हूँ.”

आमिर शाहरुख़ और नवाज़ुद्दीन प्रोजेक्ट का हिस्सा?

त्यागी की मानें तो यह फिल्म सितारों से सजी होगी और कई “ख्यातिप्राप्त” अभिनेता इसमें अपनी रूचि दर्शा चुके हैं.
जेडी (यू) नेता ने कहा, “आशुतोष गोवारिकर (फिल्म निर्माता), आमिर खान और नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी को साइन करने के प्रयास किये जा रहे हैं.” “मैं आपको भरोसा दिला सकता हूँ कि किसी ने शाहरुख खान की ओर से भी इस परियोजना में रुचि दिखाई है.”

इस बीच, इस फिल्म ने सहयोगी दलों भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जनता दल (यूनाइटेड) को अगले साल के लोकसभा चुनावों से पहले के सीट-विभाजन के झगड़ों के बावजूद साथ आने का एक मौका दिया है.

Read in English : https://theprint.in/politics/bihar-eyeing-shah-rukh-aamir-khan-for-movie-on-indian-labourers-in-mauritius/123556/

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