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मोडेरना के क्लीनिकल ट्रायल से कोविड वैक्सीन की उम्मीद बढ़ी और दूसरे टीके

#CutTheClutter के अपने 474वें एपिसोड में शेखर गुप्ता दुनियाभर में विकसित किए जा रहे संभावित कोविड-19 टीकों पर नजर डाल रहे हैं.

कोविड- 19 टेस्ट की प्रतिकात्मक तस्वीर फ़ोटो: पीटीआई

नई दिल्ली: दुनियाभर में कोरोना वैक्सीन पर काम चल रहा है. अमेरिका की कंपनी मोडेरना के टीके से काफी उम्मीद जगी है. ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी भी वैक्सीन पर काम कर रही है. इसके वैक्सीन अभी ट्रायल स्टेज में है. अमेरिका में इस वैक्सीन पर बंदरों पर ट्रायल किया गया है, फिर बंदरों को चेक किया गया तो उनमें वायरस के लक्षण नहीं मिले.

लेकिन दूसरे ट्रायल में इन्हीं बंदरों में से कुछ को इन्फेक्शन हुआ, ये टीका अगर जान बचाएगा तो दुनिया में बहुत से लोगों की जान बचायी जा सकती है.

अमेरिकी कंपनी मोडेरना ने कोरोनावायरस को लेकर ट्रायल किया है. यह एम आरएनए पर काम कर रही है. 45 लोगों को वैक्सीन दी गयी थी सभी सुरक्षित हैं वैक्सीन को कई स्टेज में ट्रायल किया जाना हैं. अभी स्टेज -1 का ट्रायल चल रहा है और उसके नतीजे अच्छे आ रहे हैं.

यूके के प्राइम मिनिस्टर बोरिस जॉनसन ने कहा था कि शायद इस बीमारी का टीका कभी ना आए. अमेरिका के बड़े डॉक्टर जो कि वैक्सीन पर काम कर चुके हैं उनका कहना है कि अगले साल टीके के आने की उम्मीद है. इस वायरस से मनुष्य में लड़ने की क्षमता है. 95-96 प्रतिशत लोग कोरोना से ठीक हो जा रहे हैं. आज तक एचआईवी एड्स का टीका नहीं बन पाया है. इस वायरस का असर दो हफ्ते बाद ख़त्म हो जाता है.

भारत में भी टीके की खोज चल रही है. सीरम इंस्टीट्यूट, आईसीएमआर, भारत बायोटेक इस टीके पर काम कर रहे हैं. हालांकि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन को लेकर कोई बड़ी रिसर्च नहीं आयी है. आईसीएमआर, भारत बायोटेक कोरोना के वैक्सीन को लेकर काम कर रहे हैं. ये रिसर्च कोई एक संसथान नहीं कर सकता है. महाराष्ट्र ने बहुत ज्यादा टेस्ट किया है वहां पर मरीज बहुत ज्यादा हैं.

वायरस के लिए वैक्सीन पर काम चल रहा है. ये एक वैक्सीन नहीं आएगी कम से कम चार वैक्सीन आएगी रेमीडीसीवीर का भी ट्रायल भारत में चल रहा है.

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