रांची, एक मई (भाषा)झारखंड में वन विभाग ने दो भालुओं को मदारियों से आजाद कराकर रविवार को रांची स्थित बिरसा मुंडा जैविक उद्यान पहुंचाया, जहां उनका तरबूज और शहद से स्वागत किया गया।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दोनों वयस्क काले भालुओं को बोकारो के नावाडीह के पारसबनी गांव में जंजीर के सहारे पेड़ से बांधकर रखा गया था।
रांची के बिरसा जैविक उद्यान के चिकित्सक डॉक्टर ओम प्रकाश साहू ने बताया कि दोनों भालुओं को सांसद और पर्यावरणविद मेनका गांधी की पहल पर बोकारो से पिजड़े में बंद कर रांची स्थित बिरसा जैविक उद्यान लाया गया और यहां दोनों को अलग-अलग पिजड़ों में पृथकवास में रखा गया है।
चिकित्सक ने बताया कि सोमवार सुबह स्वास्थ्य जांच के बाद पता चलेगा कि इनकी आयु कितनी है। उन्होंने कहा कि दोनों सुरक्षित हैं।
गौरतलब है कि मेनका गांधी की संस्था पीपुल फॉर एनिमल की टीम को दो भालुओं के मदारियों के कब्जे में होने की जानकारी मिली थी जिसकी सूचना उन्होंने पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों को दी थी।
गौरतलब है कि वन्यजीव संरक्षण अधिनियम-1972 के अनुच्छे 1 के तहत काले भालू को विलुप्तप्राय जानवरों की श्रेणी में रखा गया है।
भाषा, इन्दु धीरज
धीरज
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